उत्तराखंड में बारिश का सिलसिला जारी है. बीती रात जिले में हुई मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया हुआ है. देर रात में करीब 12 बजे यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से यमुनोत्री धाम में नदी के किनारे बने शौचालय बह गए. इसके अलावा पुरोहित सभा के कक्ष आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने, मंदिर समिति का जनरेटर व स्ट्रीट लाइट क्षतिग्रस्त होने के साथ मंदिर प्रंगण के निचले क्षेत्र में मलवा आया है.
भारी बारिश के कारण पंजीकरण केंद्र क्षतिग्रस्त
भारी बारिश के कारण जानकीचट्टी राम मंदिर में पर्यटन विभाग का पंजीकरण केंद्र क्षतिग्रस्त हुआ है. वहीं जानकीचट्टी में बड़ी पार्किंग में पानी और मलवा आने से दो मोटर साईकिल व दो खच्चर बहने के साथ ही दो मैक्स गाडियों की मलवे मे फंसे होने की खबर सामने आ रही है. आनन-फानन में देर रात पुलिस, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. रेस्क्यू टीम ने जानकीचट्टी में नदी के तटवर्ती क्षेत्र के भवनों को रात में ही खाली करवाकर प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचा दिया था.
वर्तमान में सामान्य है यमुना नदी का जलस्तर
प्रशासन की ओर से यमुना नदी के किनारे आस-पास के क्षेत्र राना चट्टी, हनुमान चट्टी, स्याना चट्टी, पाली गाड़ में पुलिस संचार माध्यम से रात में ही लोगों को सतर्क कर दिया गया था. फिलहाल किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है.वर्तमान में यमुना नदी का जलस्तर सामान्य है. प्रशासन की टीम द्वारा नुकसान का जायजा लिया जा रहा है. जानकीचट्टी में होटल शुभम पैलेस के सामने कटाव होने से रोड पर दरारें आ गयी है. उक्त स्थान पर सुरक्षा की दृष्टि से दोनों तरफ से यातायात के आवागमन को रोका गया है.
दो जिलों में बारिश के आसार
मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार शुक्रवार को देहरादून और बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश के संभावना है. जिसे देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जबकि चमोली और पौड़ी जिले में भारिश की आशंका को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है. वही अन्य जिलों में तेज गर्जन के साथ कई दौर की तेज बारिश की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों ने भूस्खलन की आशंका देखते हुए संवेदनशील इलाकों में न जाने की हिदायत दी है.