गृह मंत्री शाह के आंबेडकर को लेकर दिए बयान पर सियासी हंगामे के बीच गुरुवार को बीजेपी और कांग्रेस के सांसदों में धक्का मुक्की हो गई। संसद भवन की सीढ़ियों से गिरकर बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी घायल हो गए। प्रताप सारंगी को स्ट्रेचर से अस्पताल ले जाया गया है। चोटिल सांसद सारंगी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर सांसदों को धक्का देने का आरोप लगाया है।
सारंगी ने दावा किया है कि राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया और वो सांसद मेरे ऊपर गिर गए जिसकी वजह से मैं चोटिल हुआ हूं। राहुल गांधी ने इसे लेकर कहा कि बीजेपी सांसद हमें संसद में जाने से रोक रहे थे, धमकाया और धक्का दिया। सब कैमरे में कैद है।
कौन है प्रताप सांरगी?
69 साल के राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रचारक रहे प्रताप सारंगी ओडिशा की बालासोर लोकसभा सीट से दूसरी बार के सांसद है। प्रताप सारंगी मोदी सरकार 2.0 में केंद्रीय मंत्री भी बनाए गए थे। बतौर राज्यमंत्री उनका कार्यकाल 2021 तक ही रहा। प्रताप सारंगी अपन सादगीपूर्ण जीवन और प्रचार की अनूठी शैली की वजह से भी चर्चा में रहते हैं। इन्हें ओडिशा का मोदी भी कहा जाता है।
बता दें कि प्रताप सारंग पहली बार तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्होने साइकिल से चुनाव प्रचार कर अपने अरबपति प्रतिद्वंदी को चुनावी लड़ाई में मात दी थी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रताप सारंगी को बालासोर सीट से मैदान में उतारा था। प्रताप का मुकाबला बीजू जनता दल के रबीन्द्र कुमार जेना से था।
साइकिल से जाते थे चुनाव प्रचार करने
अरबपति रबींद्र के खिलाफ प्रताप साइकिल से ही चुनाव प्रचार करने निकल पड़ते थे और ऑटोरिक्शा रैलियां निकालते थे। जब चुनाव नतीजे आए, साइकिल से प्रचार करने वाले प्रताप लग्जरी गाड़ियों का काफिला लेकर प्रचार करने वाले बीजेडी उम्मीदवार पर भारी पड़ गए थे।
अपनी पहली स्पीच से बटोरी सुर्खियां
इसी के साथ संसद में अपनी पहली स्पीच से भी सारंगी सुर्खियों में आ गए थे। सारंगी ने हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी का इस्तेमाल करते हुए प्रभावी भाषण दिया था। उन्होनें गीता और वेद के श्लोक-सूक्तियों के साथ ही रामचरितमानस की चौपाइयों का संदर्भ देकर कहा था कि पीएम मोदी के पहले कार्यकाल की सफलता को स्वीकार करते हुए कांग्रेस को उनका अभिनंदन करना चाहिए।