रतन टाटा के निधन के बाद अब नोएल टाटा ही टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन होंगे उन्हें सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुनाव गया है। मुंबई टाट ट्रस्ट की बैठक में यह फैसला लिया गया है। फिलहाल नोएल टाटा सर दोराबजी के ट्रस्टी हैं। इसके साथ ही नोएल के कंधों पर अब टाटा समूह की जिम्मेदारी आ गई है। वे 100 देशों में फैले टाटा समूह के विशाल व्यापारिक साम्राज्य का नेतृत्व करेंगे, जिसकी कीमत 403 अरब डॉलर यानी 39 लाख करोड़ रुपये है।
कौन है Noel Tata?
बता दें कि नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं। उन्हें ट्रस्ट के संचालन के लिए प्रमुख व्यक्तियों में से एक माना जा रहा था। रतन टाटा के बाद अब नोएल टाटा ट्रस्ट की होल्डिंग कंपनियों का संचालन करेंगे। नोएल टाटा, रतन टाटा के पिता नवल टाटा और सिमोन टाटा के 67 वर्षीय बेटे हैं।
एक सुलझे हुए इंसान के रुप में पहचान
नोएल टाटा की टाटा समूह में एक सुलझे हुए इंसान के रुप में पहचान है। टाटा संस के पूर्व बोर्ड सदस्य आर. गोपालकृष्णन ने उन्हें समझदार और बहुत सुलझा हुआ इंसान बताया है। नोयल टाटा साल 2014 से ट्रेंट लिमिटेड के अध्यक्ष रह रहे है, वहीं साल 2021 तक उन्होंने टाटा इंटरनेशनल को भी लीड किया है। ऐसे में टाटा समूह को चलाने को लेकर उनके पास एक बड़ा अनुभव है। वह इस पद पर रहते हुए टाटा ट्रस्ट की होल्डिंग कंपनियों का संचालन करेंगे।