मानसून के दिनों में मच्छर जनित कई बीमारियों का जोखिम काफी बढ़ जाता है। डेंगू-मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के कारण हर साल अस्पतालों में बड़ी संख्या में लोग भर्ती होते हैं। महाराष्ट्रस उत्तर प्रदेश, राजधानी दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़नी शुरु हो गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ का कहना है कि सभी लोग मच्छरों से बचाव के उपायों पर गंभीरता से ध्यान दें। डेंगू जानलेवा भी हो सकती है, इसलिए बचाव के उपाय करते रहना जरुरी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी डेंगू से बचाव के उपायों को लेकर सलाह दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह
डेंगू से बचाव के लिए क्या करें?
पानी की टंकियों और कंटेनरों का ढक्कन कसकर बंद करें।
सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहने।
जरुरत पड़ने पर मच्छर भगाने वाली क्रीम कॉइल का इस्तेमाल करें।
बुखार होने पर सिर्फ पैरामसिटामोल लें, खूब पानी पीएं और डॉक्टर की सलाह लें।
डेंगू से बचाव के लिए क्या न करें?
अपने आस-पास पानी न जमा होने दें।
नारियल के छिलके, पुराने टायर, डिब्बे, बोतलें, टिन आदि को खुले में न फेंके।
डेंगू बुखार के लिए कोई खास दवा नहीं है, इसलिए खुद से दवा लेने से बचें।
डेंगू बुखार के सामान्य लक्षण दिखने पर या डॉक्टर की सलाह के बिना अस्पताल में भर्ती होने पर जोर न दें।