आजकल कई घरों में कुत्ते पाले जाते हैं। इन दिनों कुत्तों के हमले की कई खबरें भी सामने आ रही हैं। हाल ही में एक कुत्ते ने डेढ़ साल की बच्ची को नोंचकर मार डाला। कुत्ते के हमले का ये एकमात्र मामला नहीं है बल्कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं। कुत्ते के काटने पर रेबीज हो सकता है। दुनिया भर में रेबीज से होने वाली मौतों में से 36 फीसदी मौतें केवल भारत में ही होती हैं। ऐसे ये जरुरी है कि कुत्ते से बचाव के साथ कुत्ता काटने के बाद तुरंत इलाज भी होना चाहिए। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि अगर कोई कुत्ता हमला कर लें तो कैसे बचाव करें।
तुरंत करें ये फर्स्ट एट
अगर किसी बच्चे को कुत्ता काट लें तो तुरंत उसके जख्म को साफ करना चाहिए। अगर शरीर पर जख्म हो गया है तो सबसे पहले उस जगह को एंटी सेप्टिक साबुन और पानी की मदद से कुच देर तक धोते रहे। करीब 15-20 मिनट तक जख्म धोने के बाद घाव को साफ करके उस पर कोई एंटीसेप्टिक दवा जैसे बीटाडिन लगाएं। अगर आपके घर में कोई एंटी सेप्टिक साबुन नहीं है तो घर में कपड़े धोने वाले साबुन से भी घाव को साफ कर सकते हैं।
तुरंत करें इलाज
अगर जख्म से खून बह रहा है तो खून को रोकने के लिए कपड़ा यूज कर सकते हैं और खून रूकने के बाद उस पर एंटी सेप्टिक दवा जरुर लगाएं। खून रुक जाने पर डॉक्टर के पास जाएं, घर पर ही पट्टी करने की कोशिश न करें। ध्यान रखें कि घरेलु नुस्खों के तौर पर घाव पर हल्दी, तेल या ऐसी कोई चीज न लगाएं, इससे इंफेक्शन ज्यादा हो सकता है। घाव का फर्स्ट एड करने के बाद आपको डॉक्टर के पास जाकर मरीज को रैबीज का इंजेक्शन लगवाना होगा। इसके साथ साथ आजकल एंटी रैबीज इम्यूनोग्लोबिलिन की खुराक भी दी जाती है क्योंकि रैबीज होने पर शरीर में एंटीबॉडीज के बनने में दिक्कत होने लगती है।