National : Ram Mandir Speciality: 36 दरवाजों सहित पूरे अयोध्या में सुनाई देगी मंदिर के घंटे की आवाज, जानें और खासियत - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

Ram mandir speciality: 36 दरवाजों सहित पूरे अयोध्या में सुनाई देगी मंदिर के घंटे की आवाज, जानें और खासियत

Renu Upreti
3 Min Read
Special Aarti will be held in Ram temple before consecration, booking has started.
राम मंदिर

(Ram mandir speciality)राम मंदिर जिसका सभी को इंतजार है। पूरे 500 साल के बाद प्रभु राम अपने सिंहासन पर विराजमान होने वाले हैं। 22 जनवरी को अयोध्या नगरी में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। हर किसी के मन में ये जानने की उत्सुकता है कि आखिर इतने सालों से बन रहा राम मंदिर कितना खास है। इसे कितने भव्य तरीके से बनाया जा रहा है, इसमें क्या क्या खास होगा। आइये जानते हैं भगवान राम के अयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर के बारे में।

राम मंदिर की खासियत (Ram mandir speciality)

राम मंदिर को ढाई एकड़ में तैयार किया जा रहा है। मंदिर को परंपरागत नागर शैली में तैयार किया जा रहा है। ये मंदिर 3 मंजिला होगा और इसकी ऊंचाई 162 फीट होगी। मंदिर परिसर में राम मंदिर के अलावा छह और मंदिर बनाए जाएंगे। तीन मंजिला राम मंदिर में ग्राउंड फ्लोर के गर्भ में श्रीराम बाल स्वरूप में विराजित होंगे। फर्स्ट फ्लोर  गर्भ में राम दरबार विराजित होगा। राम मंदिर में कुल 392 पिलर होंगे। गर्भगृह में 160 और ऊपरी तल में 132 खंभे होंगे।

राम मंदिर में होंगे 36 दरवाजे (Ram mandir doors speciality)

राम मंदिर में कुल 36 दरवाजे होंगे, जिसमें से 18 दरवाजे गर्भ गृह के होंगे। राम मंदिर के दरवाजे सागौन की लकड़ी से तैयार किए जा रहे हैं। इन दरवाजों की खासियत ये होगी कि ये सोने से जड़े होंगे। इन दरवाजों पर करीब 3 किलो सोना होगा। इन दरवाजों को हैदराबाद के कारीगरों ने तैयार किया है। मंदिर के दरवाजों पर बेहतरीन नक्काशी की गई है।

पूरे अयोध्या में सुनाई देगी घंटे की आवाज

वहीं मंदिर का घंटा इतना शानदार है कि जब इसे बजाया जाएगा तो इसकी गूंज पूरे अयोध्या में लोग सुन सकते हैं। ये घंटा 2100 किलोग्राम का होगा। इसे अष्टधातु, चांदी, कॉपर, लेड, टिन, आयरन, मरकरी से तैयार किया गया है। इस घंटे को एटा जलेसर में तैयार किया गया है। कहा जा रहा है कि इस घंटे में सालों तक जंग नहीं लगेगा। इसे बजाने पर 15 किलोमीटर तक आवाज सुनाई देगी। इस विशाल घंटे के अलावा भी मंदिर में कुछ अन्य घंटे भी होंगे जिनक वजन 500 से 500 किलो होगा।

संगमरमर से तैयार हुआ सिंहासन

जिस सिंहासन पर 22 जनवरी को भगवान राम विराजमान होंगे उसे संगमरमर से तैयार किया गया है। इस पर सोना मढ़ा होगा। इसके अलावा मुकुट से लेकर तमाम तरह के जेवरात भी सोने के होंगे। रामलला की चरण पादुकाएं भी सोने की होंगी। इनका वजन 1 किलो बताया जा रहा है। मंदिर के गर्भगृह में प्रभु राम की जो मूर्ति होगी वो भगवान राम के बाल रुप की होगी। मंदिर में नृत्य मंडपर, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप के साथ पांच मंडप भी बनाए गए हैं।

Share This Article