Big News : आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार की विजिलेंस जांच, हरक का क्या होगा? - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार की विजिलेंस जांच, हरक का क्या होगा?

Reporter Khabar Uttarakhand
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uttarakhand ayurved university and harak singh rawat

uttarakhand ayurved university and harak singh rawatउत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय हमेशा से ही अनियमितताओं और धांधलियों को लेकर चर्चाओं में रहा है। अब फिर एक बार इन्ही वजहों से ये विश्वविद्यालय चर्चाओं में आ गया है। शासन ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय में करप्शन, भर्तियों में गड़बड़ियों और अनियमितताओं की जांच विजिलेंस से कराए जाने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने तेवरों से ये साफ संदेश देने की कोशिश करते रहें हैं कि वो करप्शन को किसी स्तर पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। शुरुआती दौर से ही धामी पारदर्शी शासन के हिमायती के तौर पर देखे गए।

विजिलेंस जांच में खुलेंगे राज

आयुर्वेद यूनिवर्सिटी को लेकर शासन का बड़ा फैसला भी धामी की इसी पारदर्शी सोच का नतीजा लगता है। बुधवार को शासन ने एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में आयर्वेद विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, गलत तरीके से हुईं भर्तियों और अन्य अनियमितताओं की विजिलेंस जांच के निर्देश दिए गए हैं।

हालांकि दिलचस्प ये है कि इस यूनिवर्सिटी में शासन स्तर पर पहले भी जांच चल रही है। अपर सचिव के निर्देश पर चार सदस्यों की एक कमेटी पहले से ही जांच कर रही है। लेकिन बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के कई बड़े अधिकारी इस कमेटी को जांच में सहयोग नहीं कर रहें हैं। यहां तक कि जरूरी दस्तावेज भी कमेटी को उपलब्ध नहीं कराए जा रहें हैं।

तो फंसेंगे हरक? 

आयुर्वेद यूनिवर्सिटी में विजिलेंस जांच की तपिश में इस विभाग का जिम्मा संभाल चुके हरक सिंह रावत भी झुलस सकते हैं। हरक सिंह रावत ने पांच साल तक ये विभाग संभाला और उनके कार्यकाल में कई नियुक्तियां इस विभाग में हुईं हैं। कई मामलों में बात हरक सिंह रावत तक पहुंचते पहुंचते रह भी गई। अब जब शासन ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं तो कहीं ऐसा न हो कि हरक सिंह रावत भी इस लपेटे में आ जाएं।

आपको बता दें कि हरक सिंह रावत अब बीजेपी का दामन छोड़ कर कांग्रेस के साथ आ चुके हैं। जब हरक सिंह रावत पिछली सरकार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ चल रही कैबिनेट बैठक बीच में छोड़ कर निकले थे उस वक्त खासा हंगामा मचा था। आखिरकार सीएम धामी ने खुद पहल कर हरक सिंह रावत को मनाया था और दोनों ने साथ डिनर भी किया था।

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