Dehradun : उत्तराखंड: सरकारी नौकरी के नाम पर करते थे ठगी, एसटीएफ ने दबोचे तीन शातिर - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

उत्तराखंड: सरकारी नौकरी के नाम पर करते थे ठगी, एसटीएफ ने दबोचे तीन शातिर

Reporter Khabar Uttarakhand
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cm pushkar singh dhami

cm pushkar singh dhami

देहरादून: STF ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर यह अभ्यर्थियों से रुपये ठगते थे। गिरोह के 3 शातिर को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। वन दारोगा भर्ती परीक्षा के दौरान इनका एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें 12 लाख रुपये में पेपर उपलब्ध करवाने का दावा किया जा रहा था। अब ये शातिर प्रस्तावित (सहायक अभियोजन अधिकारी) परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों से संपर्क कर ठगने की कोशिश में जुटे थे।

SSP अजय सिंह ने बताया कि, कुछ समय पहले वन दारोगा भर्ती परीक्षा के दौरान एक आडियो वायरल हुआ था, जिसमें 12 लाख रुपये में पेपर उपलब्ध करवाने का दावा किया जा रहा था। पुलिस ने जब मामले की जांच की, तो मंजीत सिंह निवासी इब्राहिम पथरी, हरिद्वार का नाम सामने आया। एसटीएफ ने बुधवार को रुड़की से मंजीत सिंह के अलावा सुधीर निवासी सैनपुर देवबंद सहारनपुर, डेविड कुमार निवासी बाकरपुर लक्सर, हरिद्वार को गिरफ्तार किया।

इस गैंग के लोग यह सभी तरह के पेपर फोटोशॉप जैसे सॉफ्टवेयर में तैयार कर ठगी का खेल करते हैं। यह गिरोह फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर तैयार कर लाखों रुपए की वसूली कर एक शहर से दूसरे शहर और फिर राज्य से बाहर फरार हो जाते हैं। गिरफ्तार अभियुक्त सुधीर ने कोलकाता के एक व्यक्ति से भारतीय सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर 2 लाख में सौदा किया था। इसके लिए सुधीर को आर्मी का फर्जी अप्वॉइंटमेंट लेटर भी दिया गया और इस काम के लिए डेविड कुमार और मनजीत द्वारा लैपटॉप में फोटोशॉप से पेपर तैयार किए गए।

एसटीएफ ने बताया कि, आरोपी सुधीर और डेविड कुमार के खिलाफ सहारनपुर, दिल्ली, मुंबई, राजस्थान के जोधपुर में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की फर्जीवाड़ा का मुकदमा दर्ज है। STF के मुताबिक गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों से पूछताछ में जानकारी मिली कि, इनके द्वारा सरकारी नौकरियों में परीक्षा पास कराने और नौकरी दिलाने के नाम पर 10 से 12 लाख रुपए प्रति व्यक्ति के नाम से पेपर सेट किया जाता था। इतना ही नहीं धोखाधड़ी के इस खेल में गिरोह आवेदकों को बाकायदा इंटरव्यू लेटर, अप्वॉइंटमेंट लेटर, आई कार्ड और विभागों के दस्तावेज भी उपलब्ध कराता था। ैज्थ् ने गिरोह के कब्जे से कई फर्जी अप्वॉइंटमेंट लेटर, आई कार्ड, लेटर हेड और सरकारी विभागों के फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं।

STF के मुताबिक सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर गिरफ्तार ठग गिरोह का अगला लक्ष्य आगामी दिनों में होने वाली उत्तराखंड सरकारी नौकरियों में परीक्षार्थियों को जाल में फंसा कर उनसे रुपए ऐंठने की योजना थी। एसएसपी ने बताया कि, 21 नवंबर को उत्तराखंड में एपीओ की परीक्षा होनी है। इसके लिए आरोपित जाल बिछा रहे थे। सहारनपुर के रहने वाले सुधीर के फोन से एक एडमिट कार्ड भी मिला है।

इन लोगों के किसी परीक्षा केंद्र या पेपर लिक करवाने वालों से संपर्क होने के प्रारंभिक जांच में प्रथम दृष्टया में पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, इस मामले में एसटीएफ अपनी जांच जारी रखे हुए। आरोपितों के कब्जे से तीन मोबाइल, एक लैपटाप व अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

पकड़े गए तीनों आरोपित IT (सूचना प्रौद्योगिकी) में डिप्लोमा कर चुके हैं। आरोपितों के खिलाफ सहारनपुर, दिल्ली, मुंबई और राजस्थान के जोधपुर में रुपयों के लेन-देन के मुकदमे दर्ज हैं। इन्होंने एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया हुआ है, जिससे वह ठगी की शुरुआत करते थे। वह ठगी के शिकार अपने आसपास वाले अभ्यर्थियों को ही बनाते थे।

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