देहरादून: उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में कोविड महामारी के दौरान करीब 2100 नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन, वार्ड बॉय, डाटा एंट्री ऑपरेटर, ड्राइवर के पदों पर भर्तियां की गई थी। अब कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के चलते सभी को नौकरी से हटा दिया गया है। नाराज कर्मचारी लगातार धरना दे रहे हैं। देहरादून के दून अस्पताल के बाहर 12 दिनों से धरना जारी है।
नौकरी पर रखे गए कर्मियों की मांग है कि उनकी सेवाओं में विस्तार किया जाए।वही कर्मचारियों का कहना है कि 8 अप्रैल को स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक होनी है।अगर बैठक में कोई नतीजा नहीं आता है तो प्रदेश भर के सभी ऐसे कर्मचारी जो बेरोजगार हो चुके है वो देहरादून में बड़ा प्रदर्शन करेंगे।
दरअसल, अस्पतालों में, ये भर्तियां कोरोना के लिए ही हुई थी अब इनका समय पूरा हो चुका है, लेकिन कर्मियों का कहना है कि जब अस्पतालों में अभी तमाम पद खाली पड़े हैं, तो नौकरी से निकालने के बजाय उनको ही काम पर लगाया जाए। पूरे प्रदेश में निकाले गए कर्मियों की संख्या 2100 से अधिक है जिसमें से 612 कर्मी देहरादून के अस्पतालों में रखे गये थे।