देहरादून: जौनपुर ब्लॉक में नौ साल की बच्ची के साथ रेप की घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया, लेकिन उत्तराखंड पुलिस को उससे कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा है। पहले पुलिस रेप पीड़िता और आरोपी को कई घंटे के लंबे सफर में एक ही वाहन में कोर्ट लेकर जाती है। रेप पीड़िता को गंभीर हालत में इधर से उधर घुमाया जाता है…जब पुलिस पर सवाल उठे तो आईजी जैसे अड़े ओहदे वाले पुलिस अधिकारी पुलिस के बचाव में बचकाना बयान देते नजर आए।
उत्तराखंड पुलिस के आईजी अजय रौतेला का शर्मनाक बयान
रेप पीड़िता और रेप करने वाले को एक ही वाहन में कोर्ट लेकर जाने के मामले में पुलिस के आला अधिकारी दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के बजाय उनका बचाव कर रहा है। उत्तराखंड पुलिस के आईजी अजय रौतेला का बयान बेहद चौंकाने वाला और शर्मनाक है। पुलिस के आला अधिकारी का ऐसा बयान देना बताता है कि पुलिस अधिकारी अपनी गलतियों में सुधार करने की जगह, गलतियों को संरक्षण दे रहे हैं।
जीप चढ़ाई नहीं चढ़ पाती इसलिए रेप पीड़िता बच्ची को…
आईजी अजय रौतेला ने अपने बयान में कहा कि पुलिस की जीप चढ़ाई नहीं चढ़ पाती इसलिए रेप पीड़िता बच्ची को निजी वाहन में लेकर गए। रेप पीड़िता और रेपिस्ट को एक ही वाहन में लेकर जाने पर उन्होंने शर्मनाक बयान दिया। अखबारों के मुताबित आईजी का कहना है कि रेप पीड़िता को आगे वाली सीट पर और रेपिस्ट को सबसे पीछे वाली सीट पर बिठया था।
इन सवालों के जवाब दे पुलिस
- कैम्पटी थाने से मसूरी रोजाना आना-जाना लगा रहता है। पुलिस को जो जीप टिहरी की चढ़ाई नहीं चढ़ पाई थी, वो जीप मसूरी की चढ़ाई कैसे चढ़ पाती होगी ?
- सवाल ये भी है कि क्या पुलिस के पास पुरानी खटारा जीप है। अगर है तो फिर उसे अब तक बदला क्यों नहीं गया ?
- रेप पीड़िता के गांव और वहां से वापस कैंम्पटी की चढ़ाई पर पुलिस की ओ जीप कैसे चढ़ी होगी ?
- पुलिस के आला अधिकारियों को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि क्या प्रदेश का कैम्पटी ही अकेला ऐसा थाना है, जिनके पास अब भी पुरानी खटारा जीप है ?
- अगर पुलिस के पास अभी पुरानी खटारा जीप है, तो कैम्पटी पुलिस उससे कैसे काम करती होगी, जबकि कैम्पटी पुलिस का ज्यादातर एरिया चढ़ाई वाला ही है ?
- आला अधिकारियों को इस बात भी जवाब देना चाहिए कि कैम्पटी एसओ को मिला बोलेरा वाहन क्हां था, जब रेप पीड़िता को टिहरी ले जाया जा रहा था ?