देहरादून : कानपुर पुलिस एनकाउंटर से पूरे देश भर की पुलिस मकहमे में हड़कंप मचा हुआ है। हर किसी की आंखे 8 पुलिसकर्मियों की शहादत से नम है। यूपी की 40 थानों की पुलिस कुख्यात बदमाश विकास दुबे को पकड़ने में लगी है।
डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने दिए कमांड़ो ट्रेनिंग के निर्देश
ऐसे में और राज्यों की पुलिस भी अलर्ट हो गई है। जी हां वहीं बड़ी खबर उत्तराखंड पुलिस विभाग से है जहां डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने कुख्यात अपराधियों को पकड़ने को दी जाने वाली दबिश के लिए उत्तराखंड पुलिस कमांडो तैयार करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस महानिदेशक अनिल के रतूड़ी ने आइजी ट्रेनिंग को निर्देश दिया है कि वह थाना स्तर से ऐसे पुलिसकर्मियों की लिस्ट तैयार कर उनकी कमांडो ट्रेनिंग की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू कराएं।
कानपुर एनकाउंटर के बाद उत्तराखंड पुलिस सतर्क
कानपुर पुलिस एनकाउंटर की घटना के बाद हर राज्य की पुलिस सतर्क और चौकन्नी हो गई है। कोई रिस्त नहीं लेना चाहती औऱ इसी को देखते हुए शनिवार को उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक ने कानपुर प्रकरण को लेकर आला अधिकारियों के साथ बैठक की और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जिलों के एसएसपी और एसपी को दबिश के दौरान विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि दबिश के दौरान विशेष सतर्कता बरती जाए। देखने में आ रहा है कि कमांडो ट्रेनिंग के लिए सबसे अधिक अर्जी पीएसी की ओर से आती है, लेकिन अब से कमांडो ट्रेनिंग के लिए जिला पुलिस से भी पुलिसकर्मियों को चिह्नित किया जाए।
आइजी प्रशिक्षण को सौंपी जिम्मेदारी
डीजीपी ने कहा कि कोशिश हो कि हर थाने पर दो-तीन पुलिसकर्मी कमांडो प्रशिक्षण से लैस हों, जिससे दबिश के दौरान अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न होने पर वह न सिर्फ बदमाशों का मुकाबला करने में सक्षम हों, बल्कि साथ गए पुलिसकर्मियों के रक्षा कवच भी बन सकें। कमांडो ट्रेनिंग के लिए पुलिसकर्मियों के चयन की जिम्मेदारी डीजीपी ने आइजी प्रशिक्षण को सौंपी है।
बैठक में आइजी गढ़वाल अभिनव कुमार, आइजी फायर अमित सिन्हा, आइजी पुलिस मार्डनाइजेशन वी मुरुगेशन, आइजी कुंभ संजय गुंज्याल, आइजी लॉ एंड आर्डर एपी अंशुमान, आइजी कार्मिक पुष्पक ज्योति, डीआइजी अपराध और कानून व्यवस्था रिधिम अग्रवाल, सेनानायक एसडीआरएफ तृप्ति भट्ट और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।