लाल कुआं(सचिन गुप्ता) : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देश में 3 मई तक लगे देशव्यापी लाॅकडाउन के चलते लालकुआं गोला नदी में सैकड़ों खनन मजदूर फंसे हुए हैं। फसे मजदूरों के पास राशन के नाम पर उनके पास केवल चावल बचा हुआ है इसके साथ ही मजदूरों ने युपी एवं बिहार सरकार से मदद गुहार लगाई है और घर पहुचने की मांग की है।
बताते चलें कि लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों से काम करने आये खनन मजदूरों के सामने संकट खड़ा हो गया है। इन मजदूरों के पास काम नहीं है। ट्रेन और बस समेत सभी परिवहन सेवाएं बंद होने के बाद अब घर वापसी का भी कोई विकल्प नहीं बचा है, वहीं बंदी की वजह से खाने-पीने के लिए वे दूसरों पर निर्भर हैं।वहीं सभी मजदूरों ने राज्य सरकारों से घर पहुंचाने की मांग की है।
इधर खनन मजदूर रामसबेद ने बताया कि लाॅकडाउन को एक माह से ज्यादा हो चुका हैं, न तो उत्तराखंड सरकार और न ही युपी सरकार की तरफ से उनके पास मदद को कोई को आया है उन्होंने कहा कि हजारों की संख्या में मजदूर गोला नदी में काम करते हैं लेकिन लाॅकडाउन के चलते नदी का खनन कार्य ठप हो गया है इसी के चलते उनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है।
इधर मजदूर इकराम ने खनन कार्य बन्द होने से उनके आगे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है उन्होंने युपी एवं बिहार सरकार के साथ साथ उत्तराखंड सरकार से फसे सभी सैकड़ों मजदूरों को उनके घर में पहुचाने की मांग की है।