देहरादून: प्रदेश में पंचायत चुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं। हरिद्वार को छोड़ बाकी 12 जिलों में हुए पंचायत चुनाव के नतीजों में भाजपा को करारा झटका लगा है। पंचायत चुनाव की तिथियों का ऐलान के साथ ही भाजपा दावा कर रही थी कि भाजपा 12 के 12 जिलों में अपने दम पर जिला पंचायत अध्यक्ष बना लेगी, लेकिन जिस तरह बड़ी तादाद में निर्दलीय भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशियों को हरा कर आए हैं। उससे भाजपा के दावों को तो पोल खुली ही। जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लाॅक प्रमुख पदों पर भी सारे समीकरण धराशाई हो गए।
सरकार में होने के बावजूद पार्टी का प्रदर्शन पौड़ी, पिथौरागढ,़ चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी में बेहद निराशाजनक रहा है। देहरादून, टिहरी और चंपावत में जरूर पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन भाजपा इस चुनाव में 50 प्रतिशत सीटें भी अपने दम पर नहीं जीत पाई है। इससे भाजपा के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन का कहना है कि पंचायत चुनाव के नतीजे पार्टी के लिए संतोषजनक और पार्टी प्रदेश के 12 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ ज्यादा से ज्यादा ब्लॉकों में ब्लाक प्रमुख भी बना लेगी। हालांकि, भाजपा जिस तरह परिणाम आने तक दावे करती रही और परिणाम उसके बिल्कुल उलट आए। उससे लगता नहीं कि भाजपा कुछ बड़ा कर पाएगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा कितने जिलों में कामयाब होती है और कितने ब्लाॅक प्रमुख बना पाती है।