मध्य प्रदेश के रीवा जिले में महिला को जिंदा गाड़ने का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं। मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार पर विपक्षी दलों का हमला जारी है। इस बीच ममता बनर्जी की टीएमसी पार्टी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पर कथित वीडियो शेयर करते हुए टीएमसी ने कहा कि आई एनडीए की यह सरकार महिलाओं पर तीन गुना अत्याचार लाई है।
टीएमसी ने कहा कि बीजेपी समर्थित अराजकता के तहत महिलाओं के खिलाफ अत्याचार एक महामारी बन गए हैं। एमपी के रीवा सड़क निर्माण का विरोध करने पर दो महिलाओ को लगभग जिंदा दफना दिया गया। सीएम मोहन यादव को शर्म से सिर झुकाना चाहिए। बता दें कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले में ट्रेक से दो महिलाओं पर मुरुम गिराने की चौंकाने वाली घटना के लिए एक शख्स को अरेस्ट कर लिया गया है। डंपर ट्रक को जब्त कर लिया गया है।
क्या है मामला?
पुलिस के अनुसार यह घटना पारिवारिक विवाद का ही नतीजा थी। मीडिया रिपोर्ट में एएसपी विवेक लाल ने बताया कि ममता पांडे और आशा पांडे नाम की महिलाएं सड़क बनाने का विरोध कर रही थीं और लाल मिट्टी के अंदर दब गई। शिकायतकर्ता आशा पांडे ने आरोप लगाया कि यह विवाद उनके रिश्तेदार गोकरण पांडे के साथ जमीन के एक टुकड़े से जुड़ा हुआ था और जब वहां सड़क बनाई जा रही थी तो उन्होनें अपनी भाभी के साथ मिलकर इसका विरोध किया था। उन्होनें पुलिस से शिकायत की कि सड़क बनाने के लिए मुरुम ले जा रहे ट्रक ड्राइवर ने उन के ऊपर ही वह डाल दिया। गांव वालों की मदद से हम बाहर निकल पाए।
कांग्रेस ने किया विरोध प्रदर्शन
वहीं रीवा जिले में हुई इस घटना का कांग्रेस पार्टी ने जमकर विरोध किया। पुलिस ने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बलपूर्वक हटाया। पुलिस ने वाटर कैनन से लेकर आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इसी के साथ पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया
इस मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। अध्यक्ष रेखा शर्मा ने राज्य के डीजीपी को इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट भेजने के लिए पत्र भेजा है और 3 दिनों में एटीआर मिलने की उम्मीद है।