हल्द्वानी शहर के चौराहों में करोड़ों रुपए के बजट खर्च कर यातायात कंट्रोल करने के लिए ट्रैफिक लाइट लगाई गई है. लेकिन ना तो उन रेड लाइट से यातायात कंट्रोल हो पाया है और न हीं कोई ठीक व्यवस्था बन पाई। इसके इतर उल्टा यह लाइट अब किसी दुर्घटना का कारण बन सकती है.
यात्रियों के लिए खतरा बनी ट्रैफिक सिग्नल
हल्द्वानी शहर में यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए हैं. बावजूद इसके व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हुई. बल्कि लोगों की परेशानी का सबब बन गई. बता दें ज्यादातर ट्रैफिक लाइट जर्जर अवस्था में है. जो सड़क में कभी भी किसी दुर्घटना को न्योता दे सकती है.
जिम्मेदार महकमा खेल रहा लेटर-लेटर
हालांकि एसपी ट्रैफिक हरबंस सिंह का कहना है कि जिस कंपनी द्वारा इन ट्रैफिक लाइटों को लगाया गया था. उनसे इन्हें हटाने का पत्राचार किया गया है. गौरतलब है कि करोड़ों रुपए के बजट को फिजूल खर्च करने के बाद अब ट्रैफिक लाइट दुर्घटना का सबक बनी है और महकमा पत्राचार में जुटा हुआ है.