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स्मार्ट सिटी कार्यों को पूरा करने के लिए बढ़ाया गया समय, कांग्रेस बोली Smart City के नाम पर किया गया मजाक

Yogita Bisht
4 Min Read
स्मार्ट-सिटी smart city doon

देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद साल 2017 में शुरू हुई थी। देहरादून को साल 2021 तक स्मार्ट सिटी बन जाना था लेकिन आज 6 साल बाद भी देहरादून स्मार्ट सिटी नहीं बन पाया है। अब एक बार फिर से स्मार्ट सिटी का काम पूरा करने का समय बढ़ा दिया गया है। अब ऐसे में एक बार फिर स्मार्ट सिटी को लेकर सियासत तेज हो गई है।

छह सालों से चल रहा है स्मार्ट सिटी का काम

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल किया गया है। पिछले 6 साल से भी ज्यादा समय से स्मार्ट सिटी का कार्य चल रहा है। देहरादून स्मार्ट सिटी का कार्य अक्सर विवादों में रहा है। साल 2017 में देहरादून स्मार्ट सिटी कार्य शुरू हुआ था और 2021 तक कार्य पूरे होने थे। लेकिन अभी भी ऐसे कई कार्य हैं जो अधूरे पड़े हैं। जिसके चलते एक बार फिर देहरादून स्मार्ट सिटी मिशन की अवधि मार्च 2025 तक बढ़ा दी गई है।

स्मार्ट सिटी के कितने काम हुए पूरे कितने अधूरे ?

स्मार्ट सिटी को अब तक बनकर तैयार हो जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। ऐसे आईए जानते हैं देहरादून स्मार्ट सिटी के कितने काम पूरे हो चुके हैं और कितने काम अधूरे हैं। बता दें कि इंटीग्रेटेड आउटपुट सीरीज स्कीम और ग्रीन बिल्डिंग का काम अब भी अधूरा है। जबकि स्मार्ट शौचालय, स्मार्ट स्कूल, इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर, स्क्रैच बिल्डिंग, मॉडर्न दून लाइब्रेरी, इलेक्ट्रिक बस प्रोजेक्ट, स्मार्ट वॉटर स्काडा, स्मार्ट कूड़ा कलेक्शन वाहन, परेड ग्राउंड सौंदर्यकरण स्मार्ट वॉटर मीटर के काम पूरे हो चुके हैं।

स्मार्ट सिटी के नाम पर किया गया है मजाक

स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के कई विधायक भी सवाल खड़े कर चुके हैं। लगातार स्मार्ट सिटी को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर इसको लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस स्मार्ट सिटी को लेकर लगातार सरकार पर आरोप लगा रही है तो वहीं भाजपा भी कांग्रेस पर पलटवार कर रही है।

कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि स्मार्ट सिटी के नाम पर जो मजाक बीजेपी की सरकार ने किया है उसको लोग पीढ़ियों तक नहीं भूलेंगे। परेड ग्राउंड का वॉटर लेवल खत्म कर दिया है। शहर की कच्ची जमीन में कंक्रीट का काम कर दिया। ईस्ट और वेस्ट केनाल को अंडर ग्राउंड कर दिया शहर के सारे जलस्रोत खत्म कर दिए गए हैं। प्री मानसून आते ही शहर में जलभराव हो गया अभी तो मानसून का आना बाकी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि पिछले साल जलभराव से हजारों लोग डेंगू की चपेट में आए थे और इस बार भी स्थिति वही लग रही है।

स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट 80 से 90 प्रतिशत काम पूरा

भाजपा प्रवक्ता कमलेश रमन का कहना है कि स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट लगभग 80 से 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। लेकिन कुछ काम जैसे स्मार्ट सड़क चाइल्ड फ्रेंडली सिटी ग्रीन वैली का कुछ काम रह गया है। जिसको लेकर केंद्र सरकार ने 25 मार्च तक का समय दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार जल्द ही स्मार्ट सिटी के काम को पूरा कर देगी। इसके लिए मुख्यमंत्री स्वयं अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।