पपीता में भरपूर मात्रा में विटामिन ए, फाइबर और मिनरल्स होते हैं। यह सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। पपीता खाने से कब्ज की शिकायत दूर होती है। इसे खाने से वजन कम होता है। पपीता स्वाद से भरपूर होता है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक हर दिन एक कटोरी भर के पपीता खाना चाहिए। जिसके कारण पेट काफी वक्त तक भरा हुआ लगता है। पपीता पोषक तत्वों से भरपूर होता है। स्वाद के साथ-साथ यह सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पपीता हर किसी के लिए नहीं बना है। कुछ लोगों को पपीता नहीं खाना चाहिए क्योंकि उन्हें पपीता नुकसान पहुंचाता है। इससे उनकी बीमारी बढ़ जाती है। आइये जानते हैं।
किडनी में पथरी वाले मरीज
जिन लोगों को किडनी की बीमारी है या किडनी में पथरी की शिकायत है उन्हें पपीता नहीं खाना चाहिए। पथरी के मरीज पपीता खाते हैं तो उनकी समस्या बढ़ सकती है। पपीता खाने से ऑक्सलेट की समस्या बढ़ सकती है।
हार्टबीट का तेज होना
दिल की बीमारी को कंट्रोल करने में पपीता काफी ज्यादा मदद करता है। जिनकी दिल की धड़कन तेज और स्लो होती है उन्हें पपीता नहीं खाना चाहिए। पपीता में साइनोजेनिक ग्लाइकोसाइड पाया जाता है। जो अमीनो एसिड की तरह होता है। इससे हार्टबीट की दिक्कत हो सकती है।
प्रेगनेंसी में न खाएं
पपीता में लेटक्स होता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को पपीता नहीं खाना चाहिए। इससे प्री डिलीवरी का खतरा बढ़ जाता है। पपीता में पपैन होता है जो बॉडी प्रोस्टाग्लैंडीन के कारण आर्टिफिशियली लेबर पेन शुरु कर सकता है।
एलर्जी से पीड़ित लोग
जिन लोगों को एलर्जी की शिकायत है उन्हें भी पपीता नहीं खाना चाहिए। चिटनेस लेटेक्स पर क्रॉस रिएक्शन हो सकता है। इसके कारण सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
हाइपोग्लाइसीमिया
पपीता में ग्लूकोज की मात्रा होती है। पपीता खाने से हार्ट बीट बढ़ सकती है।