दो माह पहले कुमाऊं के रामनगर में स्थित कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में शिकारियों के फंदे में फंसी गई थी। दो माह होने को आए अभी तक बाघिन की सर्जरी नहीं हो पाई है। तार अभी भी बाघिन के पेट में ही धंसा हुआ है। हालांकि बाघिन की हालत स्थिर बनी हुई है ।
बाघिन के पेट में ही धंसा हुआ है तार
बता दें बाघिन कैमरा ट्रैप में कैद हुई थी। इसके बाद पार्क प्रशासन ने बाघिन को कालागढ़ से ट्रेंकुलाइज कर उसको रेस्क्यू सेंटर में रख दिया था। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के स्तर से बाघिन की सर्जरी के संबंध में पशु चिकित्सकों का एक दल बनाया गया था। ताकि बाघिन की सर्जरी के संबंध में फैसला लिया जा सके।
वन विभाग कर रहा चिकित्सकों के दल का इंतजार
जानकारी के मुताबिक कॉर्बेट के निदेशक धीरज पांडेय ने बताया कि वह चिकित्सकों के दल का इंतजार कर रहे हैं। दल में देशभर के विशेषज्ञ शामिल हैं। बाघिन की उम्र करीब सात से आठ साल बताई जा रही है। बाघिन शिकारियों के फंदे में फंस गई थी। किसी तरह बाघिन वहां से भाग कर आजाद हुई। लेकिन उसके शरीर के पेट वाले हिस्से में तार भीतर तक धंस गया था।