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उत्तरकाशी के इस शख्स की जितनी तारीफ की जाए कम है, गांव वालों का जीवन किया आसान

Reporter Khabar Uttarakhand
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corona virus patients in uttarakhand

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उत्तरकाशी। मन में अगर कुछ करने की ठान लो और पूरी शिद्दत के साथ उसे करने में जुट जाओ तो वो जरुर पूरा होता है। मेहनत के बल पर कुछ ऐसा ही किया उत्‍तरकाशी के फुवाण गांव निवासी गब्बर सिंह रावत ने। गब्बर सिंह रावत ने सरकार को आईना दिखाने का काम किया।

गब्बर सिंह रावत ने सरकार को दिखाया आईना

आपको बता दें कि उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 125 किलोमीटर दूर नौगांव ब्लाक के फुवाण गांव निवासी 38 साल के गब्बर सिंह रावत ने सरकार समेत प्रदेश के लोगों को एक संदेश दिया है। बता देें कि गब्बर सिंह रावत ने अपने गांव में ढाई किलोमीटर सड़क बनाकर उसे मुख्‍य सड़क से जोड़ दिया है। इतना ही नहीं गब्बर सिंग ने गांव में खेल के मैदान के साथ ही पेयजल योजना की मरम्मत भी कराई। खास बात ये है कि इसके लिए गब्बर सिंह रावत ने किसी की मदद नहीं ली बल्कि अपने खर्चे से पूरा काम करवाया है। गांव के लोग वाह वाही कर रहे हैं।

खुद की जेब से खर्च किए 14.50 लाख रुपये

जानकारी मिली है कि गब्बर सिंह रावत ने इन कामों के लिए अब तक करीब 14.50 लाख रुपये खर्च किए है। गांव वालों ने युवक का भव्य स्वागत किया और ग्राम पंचायत के होने वाले उप चुनाव के लिए निर्विरोध प्रत्याशी तय किया है।

2016 में हुआ था 5 किलोमीटर सड़क कटिंग का कार्य 

आपको बता दें कि नौगांव ब्‍लॉक के अंतर्गत पट्टी गौडर के फुवाण गांव के ग्रामीणों के लिए यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के चामी से सड़क स्वीकृत हुई। साल 2016 में 5 किलोमीटर सड़क कटिंग का कार्य हुआ और छानी नामे तोक तक सड़क पहुंची। लेकिन, उससे आगे सड़क निर्माण नहीं हो पाया। इससे छानी तोक से फुवाण गांव के ग्रामीणों को ढाई किलोमीटर की पैदल आवाजाही करनी पड़ रही थी। लोगों को दिक्कत होती थी। बरसात के मौसम में जान का खतरा था। गब्बर सिंह रावत ने कुछ साल पहले सुविधाओं के अभाव को देखते हुए विकासनगर में घर बनाया लेकिन उनका गांव आना जाना जारी रहा।

गब्बर सिंह ने सड़क के लिए खर्च किए 10 लाख रुपये

आपको बता दें कि गब्बर सिंह रावत 12वीं पास है और ठेकेदारी का काम करते हैं। उन्होंने गांव वालों की परेशानी को समझते हुए ये सभी काम किए। इन कामों में गांव वालों ने उनका साथ दिया। इसके लिए गांव वाले भी शुक्रिया के पात्र है। आपको बता दें कि जिन ग्रामीणों के खेत सड़क की जद में आ रहे थे, उन ग्रामीणों ने किसी तरह को विरोध नहीं किया। जानकारी मिली है कि सड़क निर्माण के लिए गब्बर सिंह की करीब 10 लाख रुपये की जमापूंजी खर्च की।

मेरी जमापूंजी ग्रामीणों के जीवन से बढ़कर नहीं-गब्बर सिंह

गब्बर सिंह रावत ने बताया कि जब विभागीय अधिकारियों और नेताओं ने सड़क निर्माण के लिए हाथ नहीं बढ़ाया तो उन्होंने ये काम करने का फैसला किया जिसमे गांव वालों ने भी साथ दिया। गब्बर सिंह का कहना है कि मेरी जमापूंजी ग्रामीणों के जीवन से बढ़कर नहीं है। इसलिए सड़क निर्माण, खेल मैदान निर्माण और पेयजल लाइन की मरम्मत के लिए अपनी जमा पूंजी खर्च की है।

गब्बर सिंह रावत ने बताया कि फुवाण गांव में प्राथमिक विद्यालय है। 5वीं के बाद गांव के बच्चों को जंगल से 3 किमी दूर गातू जूनियर हाईस्कूल में जाना पड़ता है। गातू में 8वीं तक का ही विद्यालय है। 8वीं के बाद सबसे निकटवर्ती बर्नीगाड़ इंटर कॉलेज की दूरी 20 किलोमीटर है। फुवाण गांव में बच्चों के लिए खेल का मैदान भी नहीं था। खेल कूद और दौड़ने के लिए बच्चों को मैदान की जरुरत थी तो गब्बर सिंह ने इसे बनाने की ठानी। इसके लिए गब्बर सिंह ने गांव के 45 परिवारों ने 1 लाख रुपये जमा किए, लेकिन मैदान निर्माण में 4 लाख रुपये की धनराशि खर्च हुई। जिसमें 3 लाख रुपये गब्बर सिंह रावत ने अपनी तरफ से खर्च की। पहाड़ी काटकर 50 मीटर लंबा और 15 मीटर चौड़ा खेल मैदान बनाया है।

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