समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिन्दु धर्म पर हमला बोला है। उन्होनें 25 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि “हिन्दु एक धोखा है”। उनके इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीति में भूचाल आ गया है।
हिंदू एक धोखा है- स्वामी प्रसाद मौर्य
दरअसल 25 दिसंबर को दिल्ली में एक कार्यक्रम था जिसमें स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा.“हिंदू एक धोखा है… वेसै भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने की एक शैली है। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने भी दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है। जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होतीं लेकिन अगर यही बात स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो पूरे देश में भूचाल मच जाता है।”
ऐसा पहली बार नहीं है जब समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी वो हिंदु धर्म के लिए विवादित बयान दे चुके हैं। आइये जानते हैं उन बयानों को।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को बताया ड्रामा
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चल रहा है। ये देश की आस्था का केंद्र है लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य ने इसे एक ड्रामा बताया है। नेता मौर्य ने कहा कि भगवान राम हजारों साल से पूजनीय हैं और उनकी प्राण प्रतिष्ठा एक ड्रामा है।
रामचरितमानस को बैन करने की मांग
सपा नेता स्वामी प्रसाद मोर्य ने एक बार हिन्दुओं की धार्मिक किताब रामचरितमानस को बैन करने की मांग की थी। उन्होंने इसे दलित और महिला विरोधी करार दे दिया था।
साधू संतों को बताया था आतंकी
बता दें कि जब सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस बैन करने की मांग की थी तो इससे साधु संत काफी नाराज हो गए थे और उन्होनें स्वामी प्रसाद मोर्य की जुबान काटने की बात कही थी, इसे जब स्वामी प्रसाद ने सुना तो उनकी जुबान फिर फिसली और उन्होनें साधु संतो को आतंकी बता दिया। उन्होंने कहा कि रामचरितमानस पर दिए गए जिस बयान को लेकर साधु संत की तरफ से उनकी जुबान काटने की धमकी दी जा रही है। वे किसी आतंकी से कम नहीं हैं। उनके इस बयान पर भी जमकर सियासत हुई।
ब्राह्मण समाज पर कसा तंज
वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने ब्राह्मण समाज को भी छोड़ा है। स्वामी प्रसाद मौर्य निशाने पर ले चुके हैं। उन्होंने कहा था, “हिंदू धर्म नहीं बल्कि यह ब्राह्मणों द्वारा बनाया गया। ब्राह्मणवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं। उन्होंने कहा कि समाज में सभी विषमताओं का कारण भी ब्राह्मण ही हैं। सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है उसी को हिंदू धर्म बताकर देश के दलितों आदिवासियों और पिछड़ों को मकड़जाल में फंसाने की साजिश रची गई।”
मंदिरों को लेकर दिया विवादित बयान
स्वामी प्रसाद मौर्य मंदिर-मस्जिद के मुद्दे को लेकर भी बीजेपी पर हमला बोल चुके हैं। उहोंने कहा था कि हर मस्जिद में मंदिर खोजने की परंपरा बीजेपी को भारी पड़ेगी। ऐसा करेंगे तो लोग हर मंदिर में बौद्ध मठ खोजेंगे। उन्होंने कहा कि आठवीं सदी की शुरुआत तक बदरीनाथ बौद्ध मठ था। इसके बाद आदि शंकराचार्य ने इसे परिवर्तित करवाकर बदरीनाथ धाम बनाया और हिंदू तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित किया था।