NEET पेपर लीक मामले में मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश के कई राज्यों में तमाम राजनीतिक दलों के साथ ही संगठन भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सड़क से लेकर संसद तक प्रदर्शन हो रहा है। विपक्ष और छात्र संगठन नीट परीक्षा दोबारा कराने की मांग कर रहे हैं।
नेशनल ठग एजेंसी है NTA
कल 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर सुनवाई करेगा लेकिन उससे ठीक एक दिन पहले 7 जुलाई को जंतर मंतर पर AISA, AIDSO और KYS समेत कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया और देश के 40 लाख छात्रों के लिए न्याय की मांग की। इसके साथ ही संगठनो ने NTA को नेशनल ठग एजेंसी बताया है।
धर्मेंद्र प्रधान से इस्तीफे की मांग
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय ( JNU) छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से इस्तीफे की मांग की है। वही आइसा दिल्ली के अध्यक्ष अभिज्ञान ने कहा कि NTA और शिक्षा मंत्री ने सारी विश्वसनीयता खो दी है। उन्होनें कहा कि NTA के खिलाफ तत्काल कार्कवाई की जरुरत है। उन्होनें कहा कि छात्रों के भविष्य और परीक्षा प्रक्रिया की विश्वसनीयता के लिए NEET 2024 की परीक्षा दोबारा करने की बात कही है।
छात्रों ने सुप्रीम कर्ट से की ये मांगे
- NTA को खत्म किया जाए
- शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इस्तीफा दें
- 2024 में फिर से NEET परीक्षा कराई जाए
- परीक्षाओं के केंद्रीकरण को खत्म किया जाए
केंद्र सरकार परीक्षा कराने के पक्ष में नहीं
हालांकि दूसरी तरफ केंद्र सरकार दोबारा परीक्षा कराने या NTA को रद्दा करने के पक्ष में नहीं है। केंद्र ने साफ कर दिया है कि परीक्षा दोबारा नहीं होगी। ऐसे में सभी की निगाहें पर सुप्रीम कोर्ट पर टिकी है। कुछ छात्रों का कहना है कि अगर सुप्रीम कोर्ट से फैसला उनके पक्ष में नहीं आया तो वह आंदोलन और तेज करेंगे।