Big News : राज्य आंदोलनकारियों ने की 10% क्षैतिज आरक्षण की मांग तेज, प्रेम चंद अग्रवाल के आवास पर किया बवाल - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

राज्य आंदोलनकारियों ने की 10% क्षैतिज आरक्षण की मांग तेज, प्रेम चंद अग्रवाल के आवास पर किया बवाल

Yogita Bisht
2 Min Read
हंगामा

राज्य गठन में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले राज्य आंदोलनकारी 10% क्षैतिज आरक्षण की लगातार मांग कर रहे है। लेकिन इसके लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। जिसे लेकर आज राज्य आंदोलनकारी मंच ने म चंद अग्रवाल के आवास पर जाकर अपनी नाराजगी व्यक्त की।

मंत्री अग्रवाल के आवास पर राज्य आंदोलनकारियों ने किया बवाल

राज्य आंदोलनकारी 10% क्षैतिज आरक्षण की लगातार मांग कर रहे हैं। लेकिन राज्य आंदोलनकारियों को इसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। अब आंदोलनकारियों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है। क्योंकि प्रवर समिति का कार्यकाल दो महीने और बढ़ा दिया गया है।

जिस कारण राज्य आंदोलनकारियों में रोष व्याप्त है। दीपावली और राज्य स्थापना दिवस पर राज्य आंदोलनकारी क्षैतिज आरक्षण मिलने के इंतजार में थे। लेकिन प्रवर समिति का कार्यकाल और बढ़ाए जाने के बाद उन्हें मायूसी हाथ लगी है।

मंत्री अग्रवाल के आवास पहुंचे राज्य आंदोलनकारी

10% क्षैतिज आरक्षण की मांग को लेकर उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच प्रवर समिति कें अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के आवास पहुंचे। जहाँ प्रवर समिति की बैठक को दो महीने आगे बढ़ाने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त कर आंदोलनकारियों ने नारेबाजी की।

वहीं मुलाकात के दौरान कैबिनेट मंत्री और आंदोलनकारियों के बीच गरमा गर्मी भी देखने को मिली। हांलाकि बाद में प्रेमचंद अग्रवाल ने राज्यान्दोलकारी मंच के सदस्यों से मिलकर ये आश्वासन दिया की जल्द से जल्द इसका निस्तारण किया जाएगा।

विधानसभा अध्यक्ष ने आंदोलनकारियों से निश्चिंत रहने को कहा

प्रवर समिति का कार्यकाल दो महीने और बढ़ाए जाने को लेकर राज्य आंदोलनकारियों में नाराजगी देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ऋतू खंडूरी ने विनम्र निवेदन करते हुए कहा की जब सरकार ने कहा है तो निश्चित तौर पर जिस तरीके के बदलाव आंदोलनकारी चाहते हैं वो अवश्य किए जायेंगे।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की आंदोलनकारी बिलकुल निश्चिन्त रहे। उन्होंने कहा कि जो समिति बनाई गयी है वो जल्द से जल्द इस पर निर्णय लेगी और आंदोलनकारियों को उससे फायदा होगा।

Share This Article
Follow:
योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।