रुड़की के सोनाली पार्क के पास गंगनहर किनारे चाय की दुकान चला कर गुजर बसर करने वाला गोताखोर मोनू जलवीर अब तक अपनी जान दांव पर लगाकर गंगनहर में डूब रहे सैकड़ो लोगों की जान बचा चुके हैं।
मोनू जलवीर को किया SSP ने सम्मनित
निस्वार्थ भाव से लोगों की जान बचाने वाले मोनू जलवीर के कार्यों की चारों ओर प्रशंसा हो रही है। वहीं मोनू के साहसिक कार्य को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने उन्हें ‘मैन ऑफ द मंथ’ से सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ाया है।
गंगनहर किनारे चाय की दुकान चलाते हैं मोनू
आपको बता दें कि मोनू जलवीर एक बहुत ही गरीब परिवार से हैं। वह अपने माता-पिता, पत्नी और दो बच्चों के साथ सोलानी पार्क के पास गंगनहर किनारे झुग्गी झोपड़ी डालकर रहते हैं और चाय की दुकान चला कर अपने परिवार का गुजर बसर करते हैं। अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने वाले मोनू जलवीर अब तक गंगनहर में डूब रहे सैकड़ो लोगों की जान बचा चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने गंगनहर मे बहकर आ रही कई लाशों को भी निकाला है।
पिता से सीखा है तैरना
मोनू जलवीर को उनके इस साहसिक कार्य को लेकर जिले के कप्तान ने सम्मानित किया है। गोताखोर मोनू का कहना है कि उनके पिता पहले डूबते लोगों को बचाने का काम करते थे। जिससे उन्हें प्रेरणा मिली है। मोनू ने अपने पिता से ही तैरना सीखा है। मोनू ने तैराकी सीख कर निस्वार्थ भाव से लोगों की जान बचाने का जिम्मा उठाया और अब तक वह कई लोगों की जान भी बचा चुके हैं। बता दें समय-समय पर कई समाजसेवी लोग भी उन्हें सम्मानित करते रहते हैं।