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Dwarka Expressway: द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण से किसे होगा फायदा? जानें क्या है इसकी खासियत

Renu Upreti
4 Min Read
Specialty of Dwarka Expressway
Specialty of Dwarka Expressway

पीएम मोदी ने आज द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे। इससे जहां दिल्ली और गुरुग्राम के लोगों के लिए आवागमन आसान होगा तो वहीं पूरे हरियाणा के लोगों को दिल्ली पहुंचने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इससे नेशनल हाईवे-48 पर दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यातायात को सुचारू करने और भीड़भाड़ को कम करने में मदद मिलेगी। ये एक्सप्रेस-वे हरियाणा के लोगों को दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और गुरुग्राम बाईपास से सीधा संपर्क भी प्रदान करेगा। दिल्ली-हरियाणा के बीच बना द्वारका एक्सप्रेस-वे विश्वस्तरीय इंजीनियरिंग का उत्तकृष्तम उदाहरण है।

 देश का पहला एलिवेटड Dwarka Expressway

  • द्वारका एक्सप्रेस-वे देश का पहला एलिवेटेड एक्लप्रेस-वे है। इसकी कुल लागत 5269 करोड़ रुपये है। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 2 किलोमीटर है। इस एकस्प्रेस-वे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है। इस एक्सप्रेस-वे की सभी लेन की लंबाई जोड़ दे तो ये 563 किलोमीटर लंबा हो जाता है। इसके साथ ही ये देश पहला एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे है, जो सिंगल पियर पर बना है। इसमें देश की पहली 3.6 किलोमीटर लंबी 8 लेन चौड़ी अर्बन टनल भी शामिल है। इसके साथ ही इसमें भारत का पहला चार स्तरीय इंटरचेंज 2 जगहों और तीन स्तरीय इंटरचेंज 9 जगहों पर बनाया गया है। इसके अलावा प्रमुख इंटरचेंज एलिवेटेड सर्विस रोड से जुड़े हुए हैं।
  • ये ऐसा शहरी एक्सप्रेसवे है, जिसकी सर्विस लेन पर ही एंट्री पॉइंट का निर्माण किया गया है, जिससे ट्रैफिक जाम नहीं लगेगा। 8 लेन वाले इस एलिवेटेड एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ तीन-तीन लेन सर्विस रोड भी हैं। द्वारका एक्सप्रेसवे में एलिवेटेड रोड की कुल लंबाई 192 किलोमीटर है, जबकि लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इनमें 34 अंडरपास, 31 सुरंग और1 2 रोड ओवरब्रिज का निर्माण किया गया है। ये एक्सप्रेसवे एनएच 8 पर शिव मूर्ति से शुरु होकर खेड़की दौला टोल प्लाजा तक जाता है।
  • द्वारका एक्सप्रेसवे को बनाते समय 1200 पेड़ो को सही से रिप्लांटेशन किया गया। ऐसा इसलिए किया गया है कि पर्यावरण को नुकसान ना हो। इसके निर्माण में 2 लाख मिट्रिक टन स्टील का निर्माण हुआ है जो एफिल टॉवर से 30 गुना ज्यादा है। इसी तरह से इसे बनाने में 20 लाख क्यूबिक सीमेंट का निर्माण हुआ है, जो बुर्ज खळीफा में प्रयोग किए गए सीमेंट से 6 गुना ज्यादा है।

दिल्ली से हरियाणा का यातायात होगा सुगम

द्वारका एक्सप्रेसवे के शुरु होने के बाद हरियाणा के लोगों का दिल्ली और दिल्ली के लोगों का हरियाणा के लिए यातायात बिल्कुल सुगम हो जाएगा। इसके साथ ही आप द्वारका से मानसेर सिर्फ 15 मिनट में पहुंच जाएंगे। वहीं मानसेर से आईजीआई एयरपोर्ट आने में आपको मात्र 20 मिनट ही लगेंगे। वहीं मानसेर से सिंधु बॉर्डर तक जाने में सिर्फ 45 मिनट लगेंगे। इसका प्रयोग करने पर सिर्फ 25 मिनट का समय लगेगा। इससे यात्रियों का काफी समय बचेगा।

इसी के साथ गुरुग्राम के 35 से ज्यादा सेक्टर्स और करीब 50 गावों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। इसके अलावा व्यापारियों को भी कम समय में सामान का पहुंचना और ईंधन की कम खपत जैसे लाभ होंगे। इसके निर्माण से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर यातायात दबाब कम होगा और यहां लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी।

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