Big News : रुद्रप्रयाग बस हादसे में लापता लोगों की तलाश जारी, मौतों का आंकड़ा बढ़ा - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

रुद्रप्रयाग बस हादसे में लापता लोगों की तलाश जारी, मौतों का आंकड़ा बढ़ा

Reporter Khabar Uttarakhand
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रुद्रप्रयाग बस हादसा (1)

बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर घोलतीर के समीप गुरुवार को हुई बस दुर्घटना में लापता लोगों की तलाश शुक्रवार को भी जारी रही। डीएम प्रतीक जैन की निगरानी में सर्च ऑपरेशन जारी है। उधर शुक्रवार को एक और शव मिला है। इसके बाद हादसे में मरने वालों का आंकड़ा चार तक पहुंच गया है जबकि आठ लोग अब भी लापता हैं।

सोनार तकनीक का हो रहा प्रयोग

बचाव अभियान में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ और जल पुलिस की 6 टीमें विभिन्न स्थानों पर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। रेस्क्यू अभियान को तेज करते हुए प्रशासन द्वारा राफ्टों के माध्यम से 15 किलोमीटर तक का क्षेत्र कवर किया जा रहा है। अलकनंदा के तेज प्रवाह के चलते डीप डाइवर्स को भी दिक्कतें आ रही हैं। प्रशासन रेस्क्यू अभियान में सोनार तकनीक का भी प्रयोग कर रहा है, ताकि गहराई में डूबी बस को तलाश किया जा सके।

डीएम ने किया घटना स्थल का मुआयना

जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने शुक्रवार प्रातः स्वयं घटना स्थल का निरीक्षण कर राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों और टीमों से विस्तृत जानकारी ली और हर स्तर पर प्रभावी तालमेल बनाए रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि राहत एवं बचाव कार्यों में आधुनिक तकनीकों की मदद ली जा रही है और प्रशासन पूरी गंभीरता के साथ कार्य कर रहा है ताकि किसी भी पीड़ित परिवार को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

चार घायल एम्स में एडमिट

दुर्घटना में घायल हुए 8 लोगों में से 4 का इलाज ऋषिकेश स्थित एम्स में और 4 का उपचार जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग में चल रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी घायलों को प्राथमिकता के आधार पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और नियमानुसार उन्हें शीघ्र ही परिजनों को सौंपा जाएगा। प्रशासन प्रभावित परिवारों के सतत संपर्क में है और हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।

भविष्य में दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सख्त कदम

जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए प्रशासन गंभीर एवं सजग है। उन्होंने उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष समिति गठित की है, जिसमें एआरटीओ, पुलिस, लोक निर्माण विभाग और एनएच के अधिकारी शामिल होंगे। यह समिति राष्ट्रीय राजमार्गों के सभी संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण कर सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं की गहन समीक्षा करेगी। साथ ही छोटे से छोटे दुर्घटना संभावित जोन को चिन्हित कर वहां साइनेज, पैराफिट्स और सुरक्षा अवसंरचनाओं की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

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