रुद्रप्रयाग के घोलतीर में हुए मिनी बस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी। रुद्रप्रयाग के जिला मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन ने इस संबंध में आदेश दिए हैं। वहीं डीएम ने श्रद्धालुओं से बारिश के मौसम में केदारनाथ यात्रा के दौरान सतर्कता बरतने की भी अपील की है।
घोलतीर हादसे की मजिस्ट्रियल जांच
गुरूवार 26 जून को रुद्रप्रयाग के अंतर्गत घोलतीर में हुए मिनी बस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच कराई जा रही है। डीएम प्रतीक जैन ने इस संबंध में निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि वाहन संख्या-यूके08पीए7444 दुर्घटनाग्रस्त होकर हाइवे से अलकनंदा नदी में जा गिरा था। उक्त दुर्घटना के बाद जिला मजिस्ट्रेट ने दुर्घटना की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं।
ये जांच रुद्रप्रयाग की उप जिला मजिस्ट्रेट याक्षी अरोड़ा के स्तर से की जा रही है। याक्षी अरोड़ा ने आम जनमानस से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति दुर्घटना से संबंधित जानकारी रखते हों, अथवा जानकारी देना चाहते हों तो एक सप्ताह के अंदर लिखित, मौखिक अथवा डाक द्वारा शपथ पत्र के माध्यम से भी जानकारी कार्यालय उप जिला मजिस्ट्रेट रुद्रप्रयाग में उपलब्ध करा सकते हैं।
यात्रा के दौरान बरते सतर्कता, बारिश में पत्थर गिरने का डर
वहीं रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने केदारनाथ यात्रा पर आ रहे समस्त श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए अत्यंत सतर्कता एवं सावधानी के साथ यात्रा करें। उन्होंने कहा कि पर्वतीय मार्गों पर फिसलन, भूस्खलन और पत्थर गिरने की आशंका बनी रहती है, अतः सभी यात्री प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय–समय पर जारी की जा रही एडवाइजरी का पालन करें।
गाड़ियों की स्पीड रखें कम
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से सभी यात्रियों से अपील की कि वे अपने वाहनों की गति धीमी रखें और किसी भी स्थिति में लापरवाही न बरतें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी वाहन चालकों को पर्याप्त विश्राम के उपरांत ही यात्रा आगे बढ़ानी चाहिए, जिससे दुर्घटनाओं की संभावनाएं न्यूनतम की जा सकें।
उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए है कि संवेदनशील स्थलों पर क्रश बैरियर्स, चेतावनी बोर्ड, पैराफिट्स, बैरिकेडिंग एवं सुरक्षा कर्मियों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।