Big News : प्राण प्रतिष्ठा पर बोले करन माहरा, पुरानी मूर्ति हटाने से हो सकता है अनिष्ट, इसलिए कराया सुंदरकांड का पाठ - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

प्राण प्रतिष्ठा पर बोले करन माहरा, पुरानी मूर्ति हटाने से हो सकता है अनिष्ट, इसलिए कराया सुंदरकांड का पाठ

Yogita Bisht
3 Min Read
KARAN MAHARA

अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। राजधानी देहरादून भी जगह-जगह भंडारे और रामलला के भक्ति गीत सुनने को मिल रहे हैं। रामलला के आने की खुशी में महिला कांग्रेस प्रदेशभर में सुंदरकांड पाठ कर रही है। राजधानी दून में भी सुंदरकांड का पाठ किया जा रहा है। लेकिन इसको लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने बड़ा बयान दिया है। जिसके बाद से चर्चाओं के बाजार गर्म हो गए हैं।

कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में किया गया सुंदरकांड का पाठ

कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में महिला कांग्रेस की ओर से अयोध्या में श्री राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष्य में सुंदरकांड का पाठ किया जा रहा है। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तमाम कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

अयोध्या में पुरानी मूर्ति की सैकड़ो वर्षों से हो रही पूजा

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महारा का कहना है कि चारों पीठों के शंकराचार्यो ने अपनी शंकाएं यूं ही व्यक्त नहीं की है। उन शंकाओं का अभी तक उत्तर नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है रामलला के आने की लेकिन मंदिर का स्वरूप अभी पूरा नहीं बना है तो प्राण प्रतिष्ठा कैसे करवा दी गई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अयोध्या में पुरानी मूर्ति की सैकड़ो सालों से पूजा हो रही है और जिसकी प्राण प्रतिष्ठा पहले हो चुकी है। लेकिन उसे हटाकर अब मंदिर में नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करवा दी गई है।

पुरानी मूर्ति को हटाने से हो सकता है अनिष्ट

करन माहरा ने कहा कि भगवान राम की पुरानी मूर्ति को वहां से हटाया गया है जो अनिष्ट का कारण बन सकती है। इसीलिए आज उत्तराखंड कांग्रेस की महिलाओं, कांग्रेस सेवा दल की महिलाओं ने मिलकर सुंदरकांड का पाठ आयोजित किया है ताकि अमंगल और अनिष्ट से बचा जा सके। वहीं महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला का कहना है कि आज भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा है इस उपलक्ष्य में महिला कांग्रेस ने सुंदरकांड के पाठ और भंडारे का आयोजन किया है।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।