Big News : Thar In Kedarnath : केदारनाथ में थार पहुंचाने पर नहीं थम रही सियासत, कांग्रेस ने की इसे रोकने की मांग - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

Thar in Kedarnath : केदारनाथ में थार पहुंचाने पर नहीं थम रही सियासत, कांग्रेस ने की इसे रोकने की मांग

Yogita Bisht
3 Min Read
THAR IN KEDARNATH

केदारनाथ धाम में बीते दिन वायु सेना के चिनूक हेलीकाप्टर से महिंद्रा थार एसयूवी केदारनाथ धाम पहुंचाई गई। केदारनाथ में थार की बात दिनभर चर्चाओं का विषय बनी रही कि आखिर थार को धाम में क्यों पहुंचाया गया है। इसी बीच जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग का बयान सामने आने के बाद पता चला कि बुजुर्ग यात्रियों को ले जाने के लिए इसे धाम पहुंचाया गया है। जिसके बाद से ही इस मसले पर सियासत देखने को मिल रही है। कांग्रेस लगातार सरकार पर हमला बोल रही है। अब कांग्रेस ने इसे रोकने की मांग की है।

केदारनाथ में थार पहुंचने के बाद से गरमाई सियासत

केदारनाथ धाम में थार पहुंचने के बाद से ही सियासत गरमा गई है ।कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर होती नजर आ रही है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि सरकार ने हमेशा धार्मिक स्थलों की पवित्रता में कुठारा घात करने का काम किया है। पीएम मोदी आते हैं तो गर्भगृह में चप्पलों में ही चले जाते हैं। अब सरकार ने ये अनुमति दे दी है कि थार से मंदिर तक जा सकते हैं जिसकी आवश्यकता नहीं थी।

सरकार गरीबों के पेट में लात मरने का कर रही काम

मथुरा दत्त जोशी का कहना है इससे स्थानीय रोजगार जो डंडी-कंडी डोली वाले लोग हैं उनके रोजगार पर प्रभाव पड़ेगा। सरकार गरीबों के पेट में लात मरने का काम कर रही है। उन्होंने कहा की सरकार को अगर इतनी चिंता है तो केदारनाथ के नजदीक रामबाड़ा तक मोटर मार्ग बना दें। लेकिन सरकार मंदिरों में भी राजनीति कर रही है और कांग्रेस इसका विरोध करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार से मांग करती है की इसे तत्काल रोका जाए ताकि स्थानीय लोगों के रोजगार पर कोई प्रभाव न पड़े।

श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए उठाया गया कदम

भाजपा का कहना है की श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए ये कदम उठाया गया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हनी पाठक का कहना है कि केदारनाथ के स्वरूप को खतरा नहीं हो सकता क्योंकि वो श्रृष्टि के रचेता हैं। जहां तक थार की बात है तो ये सुविधा हेलीपैड से मंदिर तक के लिए सिर्फ उन लोगों के लिए हैं जो केदारनाथ में जाकर किसी बीमारी के कारण दिक्कत में हों, विकलांग हो या जिनको असमर्थता दिखाई दे रही हो।

उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति में ही थार का उपयोग किया जाएगा, इस लिए इसे अन्यथा न लें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में यात्रीगण आ रहे हैं उन्हें परेशानी न हो इसके लिए सुचारू रूप से दर्शन करने के व्यवस्था बनाई गई है। इसकी विपक्ष को सराहना करनी चाहिए न की आरोप लगाने चाहिए।

Share This Article
योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।