प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में 12200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनां का शुभारंभ और शिलान्यास किया। इससे पहले पीएम मोदी ने साहिबाबाद RRTS स्टेशन से न्यू अशोक नगर RRTS स्टेशन तक नमो भारत ट्रेन की सवारी की। यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने बातचीत कर उनकी हौसलाअफजाई की।
पीएम मोदी ने न्यू अशोक नगर में 13 किमी लंबे दिल्ली-गाजियाबाद मेरठ नमो भारत कॉरिडोर के साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक के सेक्शन का उद्घाटन किया। इसकी लागत 4,600 करोड़ रुपये है। ये दिल्ली की पहली नमो भारत कनेक्टिविटी होगी, जो दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी। इस हाईस्पीड और आरामदायत यात्रा सुविधा से लाखों लोग लाभान्वित होंगे। इससे यात्रा में लगने वाला समय एक तिहाई कम हो जाएगा, जिससे यात्री न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक सिर्फ 40 मिनट में यात्रा कर सकेंगे।
40 मिनट में होगा सफर
बता दें कि आज शाम 5 बजे से यात्रियों के लिए नमो भारत ट्रेनें प्रत्येक 15 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध होंगी। न्यू अशोक नगर से मेरठ दक्षिण तक का किराया सामान्य कोच के लिए 150 रुपये और प्रीमियम कोच के लिए 225 रुपये होगा। दिल्ली से मेरठ की यात्रा को एक तिहाई कम करने वाले इस कॉरिडोर के चालू होने से, करीब 40 मिनट में न्यू अशोक नगर से मेरठ दक्षिण पहुंचा जा सकेगा।
दिल्ली मेट्रो फेज-IV का पहला ओपनिंग सेक्शन
इसी के साथ पीएम मोदी ने 2.8 किमी लंबे जनकपुरी से कृष्णा पार्क खंड का उद्घाटन किया, यह दिल्ली मेट्रो फेज-IV का पहला ओपनिंग सेक्शन है। 1200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस परियोजना से पश्चिमी दिल्ली के इलाके जैसे कृष्णा पार्क, विकासपुरी और जनकपुरी को लाभ मिलेगा।
रिठाला-कुंडली सेक्शन का शिलान्यास
इसी के साथ पीएम मोदी ने 26.5 किमी लंबे रिठाला-कुंडली सेक्शन का शिलान्यास किया, जिसकी लागत लगभग 6,230 करोड़ रुपये है। ये कॉरिडोर रिठाला को नाथूपुर से जोड़ेगा। यह उत्तर पश्चिम दिल्ली और हरियाणा के इलाकों जैसे रोहिणी, बवाना, नरेला और कुंडली के लिए कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगा।
केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान के नए भवन का शिलान्यास
इसी के साथ पीएम मोदी ने रोहिणी, नई दिल्ली में केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान के नए अत्याधुनिक भवन का शिलान्यास किया। इसकी लागत लगभग 185 करोड़ रुपये है। ये नया परिसर स्वास्थ्य और औषधि के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसमें प्रशासनिक ब्लॉक, ओपीडी ब्लॉक और एक डेडिकेटेड ट्रीटमेंट ब्लॉक होगा। इन परियोजनाओं से दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के लाखों लोगों को कनेक्टिविटी और स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा।