पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 115वें एपिसोड में सरदार पटेल और बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाने की बात कही। उन्होनें इन्हें याद करते हुए कहा कि भारत में हर युग में कुछ चुनौतियां आई और हर युग में कुछ ऐसे असाधारण भारतवासी जन्मे, जिन्होनें इन चुनौतियों का सामना किया। साथ ही, उन्होनें डिजीटल अरेस्ट जैसे फ्रॉड से बचने के लिए तीन स्टेप रुको, सोचो और एक्शन लो अपनाने की बात कही।
कानून में नहीं है Digital Arrest जैसी कोई व्यवस्था
पीएम मोदी ने कहा, डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई व्यवस्था कानून में नहीं है, ये सिर्फ फ्रॉड है, फरेब है, झूठ है, बदमाशों का गिरोह है और जो लोग ऐसा कर रहे हैं, वो समाज के दुश्मन है। डिजिटल अरेस्ट के नाम पर जो फरेब चल रहा है, उससे निपटाने के लिए तमाम एजेंसियां राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही हैं। इन एजेंसियो में तालमेल बनाने के लिए नेशनल साइबर को-ऑर्डिनेशन की स्थापना की गई है।
आपको डरना नहीं है-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, डिजिटल अरेस्ट के शिकार होने वालों मे हर वर्ग, हर उम्र के लोग हैं। लोगों ने डर की वजह से अपनी मेहनत से कमाए हुए लाखों रुपये गवां दिए हैं। कभी भी आपको इस तरह का कोई कॉल आए तो आपको डरना नहीं है। आप को पता होना चाहिए कोई भी जांच एजेंसी, फोन कॉल या वीडियो कॉल पर इस तरह पूछताछ कभी भी नहीं करती।
पीएम मोदी ने बताए तीन चरण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं आपको डिजिटल सुरक्षा के तीन चरण बताता हूं। ये तीन चरण हैं- रूको सोचो-एक्शन लो। कॉल आते ही रूको घबराएं नहीं, शांत रहें, जल्दबाजी में कोई कदम न उठाएं, किसी को अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें, संभव हो तो स्क्रीनशॉट लें और रिकॉर्डिंग जरुर करें। दूसरा चरण है- सोचो-कोई भी सरकारी एजेंसी फोन पर ऐसे धमकी नहीं देती, न ही वीडियो कॉल पर पूछताछ करती है, न ही ऐसे पैसे की मांग करती है अगर डर लगे तो समझिए कुछ गड़बड़ है। तीसरा चरण है-एक्शन लो।