मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मंगलवार को ऋषिकेश स्थित यात्रा रजिस्ट्रेशन ऑफिस में बैठक की। बैठक में सीएस ने फील्ड पर कार्य करने वाले कनिष्ठ अधिकारियों से यात्रा प्रबन्धन के लिए बनने वाली एसओपी के लिए उनके सुझाव मांगे।
IT कंसल्टेंसी कंपनी की मदद लेने के दिए निर्देश
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को राज्य के सभी धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए फुलप्रूफ ऑनलाइन पंजीकरण की स्थायी प्रणाली विकसित करने के लिए किसी प्रतिष्ठित आईटी कंसल्टेंसी कंपनी की मदद लेने के निर्देश दिए।
रजिस्ट्रेशन व्यवस्था विकसित करने के दिए निर्देश
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जल्द से जल्द इस आईटी कन्सलटेन्सी कम्पनी के साथ ही चारधाम यात्रा से जुड़े सभी हितधारकों (Stakeholders ) जिनमें होटल व्यवसायी, टूर ऑपरेटर्स, पर्यटन से जुड़े लोग और प्रशासनिक अधिकारियों की मदद से यह रजिस्ट्रेशन व्यवस्था विकसित करने के निर्देश दिए।
नए ठहराव स्थलों को चिहिन्त करने के दिए निर्देश
सीएस ने कहा कि वर्तमान में ऋषिकेश हरिद्वार के हॉलडिंग प्वाइंट में लगभग 3000 श्रद्धालु मौजूद हैं, जिन्हें धामों में भेजा जा रहा है।हरिद्वार से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन दोबारा शुरू किया जा रहा है। सीएस ने भविष्य में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के समाधान के लिए यात्रा से सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों को नए ठहराव स्थलों को चिहिन्त करने के साथ ही वहां पर पार्किंग स्थलों को विकसित करने के निर्देश दिए। सीएस ने कहा कि इसके लिए जल्द ही धनराशि भी जारी कर दी जाएगी।
यात्रा मार्ग पर वाहनों की कैरिंग कैपिसिटी का हो सही आंकलन
सीएस ने यात्रा मार्ग पर वाहनों की कैरिंग कैपिसिटी व पार्किंग स्थलों का सही आंकलन जल्द बनाने एवं ट्रिप कार्ड व्यवस्था का भी कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने भविष्य में चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिए नेशनल टूर ऑपरेटर्स का भी सहयोग लेने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सीएस ने देश के अन्य राज्यों के ऐसे जिले जहां से सबसे अधिक यात्री चारधाम पर आते हैं, उनके डीएम से भी समन्वय बनान के निर्देश दिए।