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वीरता नहीं कायरता!, LoC पर पाकिस्तानी सेना की लगातार फायरिंग से 18 भारतीयों की मौत, पुंछ का बुरा हाल

Uma Kothari
3 Min Read
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ऑपरेशन सिंदूर के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान पूरी तरह से बौखला गया है। भारतीय सेना की आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा (LoC) पर अंधाधुंध फायरिंग कर रही है। रात को करीब दो बजे शुरू हुई इस गोलाबारी से जम्मू-कश्मीर का पुंछ, तंगधार, रजौरी और कुपवाड़ा जैसे सीमावर्ती इलाके दहल गए। जिसमें 18 नागरिकों की मौत हो गई। जिसमें चार बच्चे भी शामिल है।

चार बच्चों समेत 18 भारतीय नागरिकों की मौत

पाकिस्तानी आर्टिलरी फायरिंग की चपेट में आकर अब तक 18 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान जा चुकी है। इन मासूमों में चार बच्चे भी शामिल हैं। भारतीय सेना ने भी बिना देर किए जवाबी कार्रवाई की और पाकिस्तान के फायरिंग प्वाइंट्स को टारगेट किया। फायरिंग सुबह करीब चार बजे तक लगातार चलती रही। उसके बाद भी बीच-बीच में रुक-रुककर चलती रही।

LoC के गांवों में तबाही, पुंछ का बुरा हाल

गोलाबारी का सबसे ज्यादा असर पुंछ जिले में देखने को मिला। जहां कई गांवों में मोर्टार के गोले सीधे घरों पर गिरे। प्रशासन ने फौरन मोर्चा संभालते हुए नौ राहत शिविर बनाए। जहां लोगों को रहने, खाने और मेडिकल मदद दी जा रही है। कई परिवार अपने निजी वाहनों से सुरक्षित इलाकों की ओर निकल गए। स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।खासकर जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों में।

गुरुद्वारा और मंदिरों पर भी हमला

इस हमले की सबसे शर्मनाक बात ये रही कि पाकिस्तान ने धार्मिक स्थलों को भी नहीं छोड़ा। पुंछ के एक गुरुद्वारे पर सीधा निशाना साधा गया। जिसमें तीन सिख श्रद्धालुओं की मौत हो गई। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। पुंछ का ऐतिहासिक किला और कई प्राचीन मंदिर भी गोलाबारी में क्षतिग्रस्त हो गए।

सड़कों पर खून और मलबा

मनकोट, मेंढर, ठंडी कस्सी जैसे गांवों में हालात बेहद खराब हैं। मकान तबाह हो गए। गाड़ियां जल गईं। हर तरफ मलबा और खून बिखरा पड़ा है। मोहम्मद जाहिद जो पुंछ के निवासी हैं उन्होंने बताया कि “रात भर ऐसा लगा जैसे कोई जंग छिड़ी हो। लोग चीखते-चिल्लाते भागते रहे। हर कोई सिर्फ अपनी जान बचाने की कोशिश में था।”

बच्चों की दर्दनाक मौत

इस हमले में मोहम्मद जैन खान (10) और उनकी बहन ज़ोया (12) की मौत हो गई। एक और महिला बलविंदर कौर की भी घर पर मोर्टार गिरने से जान चली गई। वन विभाग के कार्यालय के पास गिरा गोला दो कर्मचारियों को घायल कर गया।

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