Big News : गर्जिया मंदिर में एक बार में भेजे जाएंगे सिर्फ 20 श्रद्धालु, इस कारण लिया गया फैसला - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

गर्जिया मंदिर में एक बार में भेजे जाएंगे सिर्फ 20 श्रद्धालु, इस कारण लिया गया फैसला

Yogita Bisht
3 Min Read
GARJIYA MANDIR

नैनीताल जिले के प्रसिद्ध गर्जिया मंदिर में अब दर्शन के लिए एक बार में सिर्फ 20 श्रद्धालुओं को ही भेजा जाएगा। सिंचाई विभाग द्वारा इस संबंध में मंदिर समिति को पत्र लिखा गया है।

गर्जिया मंदिर में सिर्फ 20 श्रद्धालु करेंगे दर्शन

गर्जिया मंदिर में एक बार में केवल 20 श्रद्धालुओं को ही दर्शन के लिए भेजा जाएगा। ये फैसला मंदिर के टीले में लगातार बढ़ रही दरारों के कारण लिया गया है। इस संबंध में सिंचाई विभाग ने मंदिर समिति और पुजारी को पत्र भी लिखा है।

गर्जिया मंदिर समिति का कहना है कि फिलहाल बरसात के चलते पहले ही श्रद्धालुओं की संख्या कम है। लेकिन नवरात्रों के आते ही इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा।

बीते दिनों टीले पर दरारें बढ़ने की खबर आई थी सामने

गर्जिया मंदिर के टीले को बचाने की कवायद पिछले ढाई साल से चल रही है। जिसके चलते पिछली बार बरसात के सीजन में मंदिर के टीले को तिरपाल से ढका गया था।

लेकिन इस बार आधा अधूरा ढकने के कारण बीते दिनों मंदिर में दरारें बढ़ने की खबर सामने आई थी। जिसके बाद विधायक और डीएम ने मौके पर पहुंच निरीक्षण कर मंदिर को पूरा ढकने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद मंदिर को सिंचाई विभाग द्वारा पूरी तरह से ढका गया।

आपदा प्रबंधन की तकनीकी कमेटी जल्द करेगी सर्वे

मिली जानकारी के मुताबिक मंदिर के टीले को सिंचाई विभाग द्वारा पूरी तरह से तिरपाल से ढका जा चुका है। इसके साथ ही जल्द ही आपदा प्रबंधन की तकनीकी कमेटी के सदस्य गर्जिया मंदिर पहुंचकर सर्वे करेंगे। इस सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ही मंदिर को बचाने के लिए सुरक्षा के कार्य किए जाएंगे।

ढाई साल पहले से मंदिर में आ रही हैं दरारें

गर्जिया मंदिर के टीले पर दरारें पहली बार ढाई साल पहले फरवरी 2021 में देखने को मिली थी। जिसके बाद से इसे बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन दरारें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं।

प्रशासन ने काफी चौड़ी दरारें दिखने के बाद मंदिर के टीले को बचाने की कवायद शुरू की। कवायद तो अभी भी जारी है लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है। हालांकि अब जल्द ही मंदिर का सर्वे कराने की बात कही जा रही है।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।