
आपको बता दें कि प्लास्टिक उद्योग देश में बड़ी तेज गति से बढ़ रहा है, जिसको देखते हुए केंद्र सरकार ने देश के अलग-अलग राज्यों में 10 बड़े प्लास्टिक पार्क खोलने की अनुमति दी है, जिसमे एक पार्क उत्तराखंड में भी खुलेगा है.
क्या है प्लास्टिक पार्क
प्लास्टिक पार्क से आशय ऐसा एरिया, जहां प्लास्टिक इंडस्ट्री लगाई जा सकती है। इस पार्क में इंडस्ट्रियल एरिया, कॉमन फैसिलिटी सेंटर, टूल रूम, स्किल डेवलपमेंट सेंटर, बफर जोन, ट्रक टर्मिनल, पार्किंग, रिसर्च एंड डेवपमेंट सेंटर, गेस्ट हाउस, होटल, रेस्तरां, कैफेटेरिया जैसी सुविधाएं होंगी। इंडस्ट्रियल एरिया में प्लास्टिक के सामान बनाने के साथ साथ प्लास्टिक रिसाइकिलिंग यूनिट भी होंगी, ताकि प्लास्टिक कचरे पर अंकुश लगाया जा सके।
इंडस्ट्री को क्या होगा फायदा
केंद्र सरकार की योजना के मुताबिक ये पार्क बनाए जा रहे हैं। पार्क के निर्माण और मैनेजमेंट के लिए एक स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) का गठन किया जाता है। केंद्र सरकार द्वारा कुल प्रोजेक्ट कॉस्ट की 50 फीसदी ( जो 40 करोड़ रुपए से अधिक नहीं होगा) ग्रांट दी जाएगी। राज्य सरकार द्वारा जमीन रियायती मूल्य पर दी जाएगी। साथ ही, 10 से 15 साल के लिए वैट से 100 फीसदी छूट, मशीनरी व कच्चे माल पर प्रवेश शुल्क से छूट, बिजली सब्सिडी, ट्रेनिंग सब्सिडी, ब्याज सब्सिडी जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। एसपीवी में प्रशासन के अलावा लोकल इंडस्ट्रियलिस्ट और ऑल इंडिया प्लास्टिक मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के सदस्य भी शामिल होंगे।