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अब दिल्ली में नहीं बनेगा केदारनाथ धाम, ट्रस्ट ने क्यों खड़े किए अपने हाथ ?पढ़ें खास रिपोर्ट

Yogita Bisht
4 Min Read
दिल्ली में अब नहीं बनेगा केदारनाथ धाम

दिल्ली में बनने वाले केदार धाम को लेकर जहां उत्तराखंड में तमाम विरोध प्रदर्शन देखने को मिले तो वहीं अब दिल्ली में मंदिर बनाने वाले ट्रस्ट ने साफ कर दिया है कि दिल्ली में ना तो केदार धाम के नाम से मंदिर बनेगा,और ना ही धाम के नाम से ट्रस्ट होगा और जो क्यूआर कोड जारी किया गया है,उसे भी हटा दिया गया है, लेकिन सरकार के द्वारा नियम बनाए जाने के बावजूद धाम की ओर से इसको लेकर स्पष्ट नहीं किया गया था, लेकिन एक नई जानकारी सामने आई है आखिर क्यों ट्रस्ट के द्वारा अब धाम बनाए जाने से हाथ खड़े किए गए ?

अब दिल्ली में नहीं बनेगा केदारनाथ धाम

दिल्ली में बनने वाले केदार धाम को लेकर जहां ट्रस्ट के द्वारा पहले ये स्पष्ट किया गया था कि दिल्ली में केदारनाथ के नाम से कोई धाम नहीं बनाया जाएगा। हालांकि ट्रस्ट के द्वारा यह संशय जरूर पैदा कर दिया गया था मंदिर बनाया जा सकता है। धामी सरकार द्वारा कैबिनेट बैठक में इसको लेकर नियम भी बनाया गया कि उत्तराखंड के चारों धामों के नाम का इस्तेमाल कोई नहीं कर पाएगा और ना ही चारों धामों के नाम से कोई धाम बनेंगे और तो और ट्रस्ट का नाम भी धाम के नाम से नहीं होगा। लेकिन इसके बावजूद भी ट्रस्ट के द्वारा कोई जानकारी साझा नहीं की गई कि आखिरकार क्या कुछ स्थित मंदिर निर्माण को लेकर है।

ट्रस्ट ने केदारनाथ मंदिर ना बनाने का किया ऐलान

आखिरकार ट्रस्ट के द्वारा रविवार को इस मामले में एक विज्ञप्ति जारी की है। जिसमें ट्रस्ट के द्वारा स्पष्ट किया गया है कि ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेंद्र रौतेला के द्वारा अपने पद से इस्तीफा दिया गया है। इसके साथ ही केदारनाथ धाम के नाम से कोई धाम अब नहीं बनाया जाएगा। इसके साथ ही ट्रस्ट भी केदारनाथ के नाम से नहीं होगा और जो क्यू आर कोड जारी किया गया था उसे भी हटा दिया गया है।

बीजेपी और कांग्रेस में लगी होड़

ट्रस्ट के द्वारा बयान सामने आने पर बीजेपी और कांग्रेस में इस बात की होड़ भी लग गई आखिर धाम ना निर्माण को लेकर उनकी पार्टी के निर्णय बाजी मारी है। कांग्रेस का कहना है कि कांग्रेस पार्टी और आम जन भावनाओं के तहत लोगों ने जो विरोध किया उसी का नतीजा है कि अब केदारनाथ धाम के नाम से कोई निर्माण दिल्ली में नहीं होगा।

ट्रस्ट ने क्यों खड़े किए अपने हाथ ?

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हरिद्वार में संजय चोपड़ा के द्वारा एक तहरीर सुरेंद्र रौतेला के खिलाफ दी गई। जिसमें संजय चोपड़ा के द्वारा केदारनाथ धाम से वसूली करने का आरोप सुरेंद्र रौतेला पर लगाया गया है। इसके बाद केदार धाम ट्रस्ट अध्यक्ष पद से सुरेंद्र रौतेला ना खुद का त्यागपत्र ही नहीं दिया बल्कि केदारनाथ धाम के नाम से मंदिर नहीं बनाने का भी ऐलान कर लिया।

सूत्र बताते हैं कि पुलिस के द्वारा जब सुरेंद्र रौतेला को हरिद्वार पहुंचकर पेश होने को कहा गया। जिसके बाद सुरेंद्र रौतेला की ओर से केदारनाथ के नाम का इस्तेमाल न करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही ये फैसला भी लिया गया कि ट्रस्ट का नाम भी इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।