Big News : अब श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में हो सकेगी जीनोम सिक्वेंसिंग, स्वास्थ्य मंत्री ने लैब का किया लोकापर्ण - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

अब श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में हो सकेगी जीनोम सिक्वेंसिंग, स्वास्थ्य मंत्री ने लैब का किया लोकापर्ण

Yogita Bisht
3 Min Read
धन सिंह रावत

श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में भी अब जीनोम सिक्वेंसिंग हो पाएगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज मेडिकल कॉलेज में नव स्थापित जीनोम सिक्वेंसिंग लैब का लोकार्पण किया।

अब श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में भी होगी जीनोम सिक्वेंसिंग

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज मेडिकल कॉलेज में नव स्थापित जीनोम सिक्वेंसिंग लैब का लोकार्पण किया। जिसके बाद अब श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में भी जीनोम सिक्वेंसिंग हो पाएगी।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री व केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का आभार जताते हुये कहा कि अब प्रदेश के चार मेडिकल कॉलेजों में जीनोम सिक्वेसिंग लैब स्थापित की चुकी है।

चार मेडिकल कॉलेजों में स्थापित हुई जीनोम सिक्वेसिंग लैब

प्रदेश के चार मेडिकल कॉलेजों देहरादून, हल्द्वानी, श्रीनगर और अल्मोड़ा में जीनोम सिक्वेसिंग लैब स्थापित हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वर्तमान में देहरादून एवं हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में जीनोम सिक्वेंसिंग लैब क्रियाशील है। जिसके बाद अब श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में भी लैब का संचालन शुरू कर दिया गया है।

जल्द ही अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में भी लैब का शुभारम्भ कर दिया जायेगा। मेडिकल कॉलेजों में जीनोम सीक्वेंसिंग लैब की स्थापना हो जाने से कोविड सहित अन्य महामारियों एवं जटिल रोगों की आसानी से जांच संभव हो सकेगी।

जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच के लिए बाहर नहीं भेजे जाएंगे सैंपल

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच के लिये सैम्पल बाहर नहीं भेजे जायेंगे। बल्कि अब श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में ही जीनोम सिक्वेंसिंग होगी। उन्होंने बताया कि लैब का निर्माण 285 लाख की लागत से किया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल छात्र-छात्राओं की सुनी समस्या

स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल कॉलेज में मेडिकल छात्र-छात्राओं से मुलकात की। इस दौरान उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना। जिसके बाद उन्होंने कॉलेज प्रशासन को छात्र-छात्राओं दिक्कतों को जल्द दूर करने के निर्देश दिए।

इस दौरान उन्होंने कॉलेज में पुस्तकालय का भी निरीक्षण किया। इसके साथ ही उन्होंने नामचीन लेखकों एवं मेडिकल संबंधी शोध पत्रों को पुस्तकालय में उपलब्ध कराने के अधिकारियों को निर्देश दिए।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।