Big News : शिक्षा विभाग का नया कारनामा, प्रदेश के 600 से ज्यादा स्कूलों में लग सकता है ताला - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

शिक्षा विभाग का नया कारनामा, प्रदेश के 600 से ज्यादा स्कूलों में लग सकता है ताला

Yogita Bisht
3 Min Read
EDUCATION DEPARTMENT

प्रदेश में आए दिन शिक्षा विभाग के नए कारनामे सामने आते रहते हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है। एक बार फिर से ऐसा ही कारनामा सामने आया है। शिक्षा विभाग ने समस्त शिक्षकों और कर्मचारियों के अटैचमेंट खत्म कर दिए हैं। ऐसे में जल्द कोई व्यवस्था नहीं की गई तो प्रदेश के 600 से भी ज्यादा स्कूलों में ताला लग सकता है।

शिक्षा विभाग ने खत्म किए शिक्षकों और कर्मचारियों के अटैचमेंट

उत्तराखंड शिक्षा विभाग के कारनामे भी अजब हैं। विभाग अक्सर अपने कारनामों को लेकर चर्चाओं में रहता है। अब फिर से एक और कारनामा सामने आया है। जहां एक ओर प्रदेश में बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं। तो वहीं दूसरी ओर विभाग ने बिना किसी पूर्व तैयारी के सभी शिक्षकों और कर्मचारियों के अटैचमेंट खत्म कर दिए गए हैं।

विभाग से फैसले से 600 से ज्यादा स्कूलों पर लग सकता है ताला

विभाग के इस फैसले 600 से ज्यादा स्कूल प्रभावित हो रहे हैं। जल्द ही अगर कोई व्यवस्था नहीं की गई तो इन 600 से ज्यादा स्कूलों में ताला लग सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक हरिद्वार के खानपुर ब्लॉक के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पौड़ो वाली में एक शिक्षक और 116 छात्र-छात्राएं हैं।

लेकिन विभाग ने स्कूल में संबद्ध शिक्षक की संबद्धता खत्म कर दी है। इसी जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय माडावेला में 135 छात्र-छात्राएं हैं। जबकि खानपुर ब्लॉक जिला हरिद्वार के उच्च प्राथमिक विद्यालय जोगावाला में 106 छात्र-छात्राएं हैं। लेकिन शिक्षक एक ही है।

प्रदेश के अन्य जिलों का भी यही है हाल

ऐसे में स्कूलों में इधर-उधर से संबद्ध शिक्षकों की संबद्धता खत्म होने से स्कूल शिक्षक विहीन हो रहे हैं। हाल ये है कि अगर जल्द कोई व्यवस्था नहीं की गई तो इन स्कूलों में ताला लग सकता है। प्रदेश के टिहरी, उत्तरकाशी, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ आदि जिलों के स्कूलों का भी कुछ यही हाल है।

इतना ही नहीं 332 कर्मचारियों की संबद्धता समाप्त होने से प्रदेश के विभिन्न जिलों में सीईओ, बीईओ कार्यालय एवं शिक्षा निदेशालय में कामकाज भी प्रभावित हो रहा है।

Share This Article
Follow:
योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।