National : दिल्ली में अधिकारियों की छुट्टी कैंसिल, मनोज तिवारी ने आप को बताया निकम्मा, जानें क्या है जलभराव से बचने का प्लान - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

दिल्ली में अधिकारियों की छुट्टी कैंसिल, मनोज तिवारी ने आप को बताया निकम्मा, जानें क्या है जलभराव से बचने का प्लान

Renu Upreti
3 Min Read
Know what is the plan to avoid waterlogging in Delhi
Know what is the plan to avoid waterlogging in Delhi

दिल्ली में भारी बारिश से कई जगहों पर जलभराव हो गया है। कई सड़के पानी में डूब गई हैं। जिसे देखते हुए उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने इमरजेंसी बुलाई और स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों को उन्होनें इमरजेंसी कंट्रोल रुम बनाने और जलभराव की समस्या के समाधान के लिए पंप लगाने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होनें कहा कि छुट्टी पर गए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत वापस बुलाया जाए। अगले दो महीने कोई छुट्टी मंजूर नहीं की जानी चाहिए। बता दें कि इस बैठक में दिल्ली जल बोर्ड, लोक निर्माण विभाग, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली विकास प्राधिकरण, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

दिल्ली की आप पार्टी सरकार ने की बैठक

वही बारिश के बाद हुए जलभराव से निपटने के लिए दिल्ली की आप पार्टी सरकार ने भी बैठक की। जिसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार के 4 मंत्रियों की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में हमने आने वाले दिनों में कई जरुरी फैसले लिए हैं। हमने पिछली बारिश तक लगभग 200 हॉटस्पॉट की पहचान की है। इसमें से 40 हॉटस्पॉट PWD की सीसीटीवी निगरानी में है।

आतिशी ने क्या कहा

वहीं आतिशी ने कहा कि अगर दिल्ली में 24 घंटे में 228 मिमी बारिश होती है तो जल स्तर कम होने में समय लगेगा। अगर नालियों में पानी ओवरफ्लो हो रहा है तो इसका मतलब है कि बारिश काफी ज्यादा हुई है। इसलिए जगह-जगह जलभराव देखने को मिला है। जलभराव से निपटने की कोशिशें जारी हैं। लोगों की दिक्कतों को देखते हुए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। 1800110093 पर कॉल करने के साथ ही व्हाट्सएप नंबर 8130188222 पर जलभराव की शिकायत कर सकते हैं।

निकम्मेपन का बहुत बड़ा उदाहरण

हालांकि बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोला है। मनोज तिवारी ने कहा कि ये कोई नई घटना नहीं है। हर साल बारिश होती है। पिछले दो महीनों से हमने दिल्ली सरकार का ध्यान नालियों की सफाई की ओर दिलाने की कोशिश की। मगर, सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। सभी नाले जाम है। यह निकम्मेपन का बहुत बड़ा उदाहरण है।

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