National : क्या गृह मंत्री देंगे इस्तीफा? जानिए अंबेडकर के अपमान वाले बयान पर क्या बोले Amit Shah - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

क्या गृह मंत्री देंगे इस्तीफा? जानिए अंबेडकर के अपमान वाले बयान पर क्या बोले Amit shah

Renu Upreti
3 Min Read
What did Amit Shah say on the statement insulting Ambedkar?

गृह मंत्री अमित शाह ने अंबेडकर के अपमान में कांग्रेस का पलटवार किया है। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने संसद में हुई चर्चा के तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश किया है। ये कांग्रेस ने इसलिए किया क्योंकि भाजपा के वक्ताओं ने फैक्ट के साथ विषय रखें. इससे ये तय हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी, आरक्षण विरोध और संविधान विरोधी पार्टी है। कांग्रेस ने सावरकर का अपमान किया और आपातकाल लगाकर संविधान की धज्जियां उड़ा दी, न्यायपालिका का, सेना के शहीदों का अपमान किया और भारत की भूमि तक को संविधान तोड़कर दूसरे देशों को देने की साजिश की।

मैंने जो कहा उसे तोड़ मरोड़ कर पेश किया- Amit shah

अमित शाह ने कहा कि संसद में चर्चा हो रही थी कि कांग्रेस ने अंबेडकर को किस तरह चुनाव हराया। कांग्रेस ने इसके लिए विशेष प्रयास किया और उनकी हार सुनिश्चित की। जहां तक भारत रत्न देने की बात है तो कांग्रेस के नेता खुद को ही भारत रत्न देते रहे हैं, लेकिन बाबा साहेब को भारत रत्न तब मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी। बाबा साहेब को भारत रत्न न मिले इसके लिए कांग्रेस हमेशा प्रयास करती रही। उन्होनें कहा कि मैं उस पार्टी से आता हूं जो अंबेडकर को कभी अपमानित नहीं कर सकती। राज्यसभा में मैंने जो कहा उसे तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया। कांग्रेस ने सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर भ्रांति फैलाई है। मेरा पूरा बयान राज्यसभा के रिकॉर्ड में है। कांग्रेस के पास कोई जवाब नहीं बचा तो उसने मेरे बयान को तोड़मरोड़ कर आधा दिखाकर भ्रांति फैलाने का काम किया है। मैं अंबेडकर का अनुयायी हूं।

मेरे इस्तीफे से आपकी दाल नहीं गलने वाली

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन के इस्तीफे मांगे जाने वाली बात पर उन्होनें कहा कि मेरे इस्तीफे से खरगे की दाल नहीं गलने वाली है। अभी 15 साल उन्हें उसी जगह बैठना है जहां वो बैठे हैं। अमित शाह ने कहा कि अगर खरगे को मेरे इस्तीफे से आनंद आना है तो शायद मैं दे भी दूं, लेकिन इससे उनकी समस्या हल नहीं होने वाली है। उन्हें अभी कम से कम 15 साल वहीं बैठना है जहां पर वह बैठे हैं। उन्होनें कहा कि खरगे जी मेरे इस्तीफे से आपकी दाल नहीं गलने वाली है।

Share This Article