देहरादून: सीबीआई की ओर से एफआईआर दर्ज किये जाने के बाद से ही भाजपा-कांग्रेस लगातार आमने-सामने हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी उन पर लगे आरोपों और भाजपा पर सवाल खड़ा करने का कोई मौका नहीं चूक रहे। उन्होंने एक बार फिर से अपने ही अंदाज में हरक सिंह रावत और भाजपा सरकार के जीरो टाॅलरेंस पर निशाना साधा है और खुद को निर्दोष भी बताया।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में कहा कि त्रिवेंद्र सरकार का जीरो टॉलरेंस का मुखौटा दरक रहा है। उन्होंने कहा कि सीबीआइ के नैनीताल हाईकोर्ट में अरजेंसी एप्लिकेशन फाइल करने को लेकर उन्होंने त्वरित टिप्पणी करते हुए त्रिवेंद्र सरकार में मानव बम का उल्लेख किया था। बम तो डिटेक्ट हो चुका है। सीबीआइ कुछ और मानव बमों से परिचित है। दलबदल के पूरे प्रकरण में वह महज इत्तफाकन उलझ गए, वास्तविक किरदार तो अभी बाहर हैं।
जीरो टॉलरेंस के उद्घोषक को गूंगा, बहरा व आंख मूदा होना पड़ेगा। वह जानते हैं कि कुछ भी हरकत की तो मानव बम फट पड़ेगा। भारतीय लोकतंत्र का एक अत्यधिक कलंकपूर्व षडयंत्र सत्य देश के सम्मुख आ जाएगा। ऐसे में भाजपा की चुप्पी समझ में आती है। अन्य पक्ष भी संयुक्त परिवार की उस छोटी बहू का आचरण कर रहे हैं, जिसे हर हालत में जेठ के सम्मुख घूंघट निकाल कर चुप रहना है।