Dehradun : कबीर, मीरा और सुमित्रानंदन पंत को नहीं पढ़ पाएंगे स्कूल में 11 वीं के छात्र, कंप्यूटर व केमिस्ट्री में भी कई चैप्टर गायब - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

कबीर, मीरा और सुमित्रानंदन पंत को नहीं पढ़ पाएंगे स्कूल में 11 वीं के छात्र, कंप्यूटर व केमिस्ट्री में भी कई चैप्टर गायब

Yogita Bisht
3 Min Read
BOOK

कक्षा 11वीं के छात्र अब स्कूलों में कवि सुमित्रा नंदन पंत, कबीर और मीरा को नहीं जान पाएंगे । सुमित्रा नंदन पंत की कविता ‘वे आंखें’ पूरा पाठ ही नए सत्र 2023-24 के पाठ्यक्रम से हटा दिया गया है। इसके अलावा मीराबाई का ‘पग घुंघरू बांधि मीरा नाची’ और कबीर का ‘संतो देखत जग बौराना’ पद भी हटा दिया गया है।


इन अध्याय को हटाया

कक्षा 12 वीं के आरोह आरोह भाग-2 में काव्य खंड गजानन माधव मुक्तिबोध – सहर्ष स्वीकारा व फिराक गोरखपुरी गजल अब नहीं पढ़ पाएंगे विघार्थी


इसके साथ ही गद्य खंड चार्ली चैप्लिन यानी हम सब (पूरा पाठ),रजिया सज्जाद जहीर – नमक (पूरा पाठ),वितान भाग-2 – एन फ्रैंक – डायरी के पन्ने हटाया गया ।


कक्षा 11 वीं में हिंदी में आरोह भाग-1 काव्य खंड से कबीर (पद-2) संतो देखत जग बौराना, मीरा (पद-2) पग घुंघरू, बांधि मीरा नाची, रामनरेश त्रिपाठी पथिक (पूरा पाठ), सुमित्रा नंदन पंत – वे आंखें (पूरा पाठ)

इसके साथ गघ खंड से कृष्णनाथ – स्पीति में बारिश (पूरा पाठ), सैयद हैदर रजा – आत्मा का ताप (पूरा पाठ) हटाया गया ।

हिंदी के साथ ही कंप्यूटर और केमिस्ट्री में भी किया पाठ्यक्रम में बदलाव

कक्षा 12 वीं की केमिस्ट्री में सॉलिड स्ट्रेट,सरफेस केमिस्ट्री, आइसोलेशन ऑफ एलिमेंट्स, पी ब्लॉक एलिमेंट्स पॉलिमर्स, केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ अब नहीं पढ़ पाएंगे विघार्थी

कक्षा 11 वीं की केमिस्ट्री में स्ट्रेट ऑफ मैटर,हाइड्रोजन, एस ब्लॉक एलिमेंट्स, पी ब्लॉक एलिमेंट्स, एनवायरमेंटल केमेस्ट्री

इसके अलावा 12वीं कक्षा की कंप्यूटर साइंस की पाइथन किताब में सीक्वेंशियल क्वेरी लैंग्वेज (एसक्यूएल) हटाया गया है। यह सभी बदलाव राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबों में सीबीएसई के कोर्स में किए गए हैं। केंद्रीय विद्यालय समेत अन्य स्कूलों में भी सीबीएसई पैटर्न चलता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय विद्यालय ओएफडी रायपुर के प्रिंसिपल सुनील दत्त ने बताया कि सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों में भी पुस्तिकाओं से यह पाठ हटाए गए हैं।

बता दे कि सरकारी स्कूल, केंद्रीय विद्यालय और अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में एनसीईआरटी की किताबों में सीबीएसई का कोर्स होता है। एनसीईआरटी की ओर से किताबों के पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाता है। कभी कुछ पाठ्यक्रम हटा दिए जाते हैं और कभी नए पाठ्यक्रम जोड़ दिए जाते हैं।

Share This Article
Follow:
योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।