नानकमत्ता : लालकुआं में आईटीबीपी भर्ती के दौरान आईटीबीपी जवानों की पिटाई से सूरज की मौत हो गई थी। तब से ही उसका भाई भी परेशान रहने लगा था। कई दिनों से गुमसुम रहने के बाद उसने फांस लगाकर मौत को गले लगा लिया। दोनों बेटों की मौत से परिवार सदमें है।
अगस्त माह में हल्दूचौड़ में भर्ती होने आये सूरज सक्सेना की आईटीबीपी के जवानों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। हत्या के विरोध में हल्द्वानी से लेकर नानकमत्ता तक लोगों ने आंदोलन किया, जिसके बाद आईटीबीपी जवानों के खिलाफ मुकदमा हुआ और उनको सलाखों के पीछे डाला गया।
जहां लोग धनतेरस को त्यौहार मना रही हैं। सूरज के घर में कोहराम मचा हुआ है। बताया जा रहा है सूरज की मौत के बाद गोविंद हताश और निराश रहने लगा था। देर रात उसने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना है कि सूरज के हत्यारों पर ठोस कार्रवाई न होने से गोविंद काफी परेशान रहने लगा। जिसके बाद उसने मौत को गले लगा लिया।