देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को नई दिल्ली में रक्षा वित्त और अर्थशास्त्र पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। बता दें कि इस सम्मेलन को शूरू करने का उद्देश्य नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों और सरकारी अधिकारियों को रक्षा वित्त और अर्थशास्त्र पर अपने विचार और अनुभव साझा को साथ ही रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भरता के सरकार के प्रयासों को बढ़ावा देना है ।
सम्मेलन में कई देश हुए शामिल
नई दिल्ली में आयोजित अर्थशास्त्र पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, आस्ट्रेलिया, श्रीलंका, बांग्लादेश और केन्या के प्रतिनिधि शामिल हुए है।
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का यह है उद्देश्य
रक्षा, वित्त और अर्थशास्त्र पर आयोजित किए जाने वाले इस तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्देश्य रक्षा मामलों में इन कारकों का इस्तेमाल करके वैश्विक चर्चाओं में भाग लेना और इस विषय पर एक स्थायी खाका तैयार करना है । इसके साथ ही सहयोगी देशों के साथ मिलकर उनके टेक्निक, अनुभवों और एक्सपर्टीज यानी विशेषज्ञता का प्रसार करना है ।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया संबोधित
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा पूंजी और राजस्व खरीद की एक निष्पक्ष, पारदर्शी और ईमानदार प्रणाली के लिए, हमारे पास व्यापक ब्लू बुक्स होनी चाहिए। इससे रक्षा उपकरणों और प्रणाली की खरीद के नियमों और प्रक्रियाओं को संहिताबद्ध किया जा सकेगा। ‘मुझे बताया गया है कि ऐसे अध्ययन हैं कि रक्षा वित्त की एक मजबूत प्रणाली द्वारा रक्षा व्यय में भ्रष्टाचार और बर्बादी को बहुत कम कर दिया गया है।’