देहरादून: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी बार-बार यह दिखाने का प्रयास करते हैं कि वो योगी आदित्यनाथ के करीबी हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कभी इस बात से इंकार नहीं किया और ना ही इस पर कुछ अब तक बोले हैं। इससे कई सवाल भी खड़े होते रहे हैं। अमनमणि त्रिपाठी कई बार सीएम योगी के साथ मंच तो साझा कर ही चुके हैं। हत्या के आरोप में जमानत मिलने के बाद भी उनके योगी से मिलने की खबरें भी सामने आई थीं। अब एक बार फिर सीएम योगी और अमनमणि त्रिपाठी चर्चा में हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बार-बार निर्दल विधायक अमनमणि त्रिपाठी का कनेक्शन राजनीति के गलियारों में फिर चर्चाओं में है। इस बार अमनमणि त्रिपाठी सीएम योग के पिता स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट के पिंडदान के लिए बद्रीनाथ के लिए निकले, जबकि कपाट बंद हैं। उनको चमोली से ही वापस भी लौटा दिया गया था। यहीं से सीएम योगी और हत्या के आरोप में सजायाफ्ता निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी के कनेक्शन की फिर से चर्चा होने लगी।
लोग सवाल कर रहे हैं कि सीएम योगी और अमनमणि त्रिपाठी के बीच कोई ना कोई कनेक्शन जरूर होगा। यही वजह है कि योगी बार-बार अमनमणि को मिलते हैं। उनसे मिलने में कोई गुरेज भी नहीं करते हैं। हालांकि पिछले लंबे समय से ऐसा नजर नहीं आया है। लेकिन, अमनमणि ने ऐसा कोई मौका नहीं चूका, जिससे वो खुद को सीएम योगी के करीब जा सकें। हाल ही में सीएम योगी के पिता निधन के बाद अमनमणि त्रिपाठी उनके अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे।
उन्होंने इसको लेकर फेसबुक पर भी एक पोस्ट की है। इतना ही नहीं सीएम योगी के पिता को पोस्टर बनाकर श्रद्धांजलि देने की पोस्ट भी की गई है। साथ ही कई जगहों पर अमनमणि त्रिपाठी ने सीएम योगी को अपना अभिभावक भी लिखा है। इससे एक बात तो साफ है कि सीएम योगी और निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी के बीच कुछ कनेक्शन तो जरूर है।