गॉड ऑफ क्रिकेट नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर अक्सर टीम इंडिया के एहम मुद्दों पर अपनी राय देने से नहीं कतराते। ऐसे में भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप(WTC) का फाइनल ऑस्ट्रेलिया से काफी बड़े मार्जिन से हार गया। तो इस पर सचिन ने अपना गुस्सा व्यक्त किया है।
कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर अक्सर विवादों से दूर रहना पसंद करते हैं। हालांकि जब उन पर बॉल टैंपरिंग (गेंद से छेड़छाड़) के आरोप लगे थे तो सचिन ने इन्हें काफी शांति से सुलझाया था। ऐसे में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में भारत की शर्मनाक हार पर तेंदुलकर ने भी अपनी निराशा व्यक्त की है।
भारतीय टीम की फाइनल में हार
पिछले काई सालों से भारतीय टीम के बल्लेबाज एहम मौके पर अपनी ख़राब फॉर्म के चलते मुकाबले हारे है। आईसीसी के अहम मुकाबलों में खिलाड़ियों का निराशाजनक प्रदर्शन रहा है।जिसकी वजह से साल 2013 के बाद टीम ने एक भी ICC ट्रॉफी नहीं जीती है।
टीम को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। ऐसे में भारतीय टीम का टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल हारना कई सवाल खड़े करता है। जैसे टेस्ट के एक नंबर गेंदबाज को प्लेइंग 11 में शामिल ना करना।
ऑस्ट्रेलिया को दी बधाई
सचिन तेंदुलकर ने भी टीम के फैसलों पर सवाल उठाए है। तेंदुलकर ने ट्वीट कर लिखा WTC का फाइनल जीतने पर ऑस्ट्रेलिया की टीम को बधाई। स्टीव स्मिथ और ट्रेविस ने पहले दिन से ही काफी एहम भूमिका निभाई मैच को अपनी तरफ करने में।
तेंदुलकर ने पुछा ये एहम सवाल
तेंदुलकर ने आगे कहा की भारत को गेम में बने रहने के लिए पहले से ही अच्छि बल्लेबाजी करनी चाहिए थे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
लेकिन एक सवाल में समझ नहीं पा रहा हूं। आश्विन जो दुनिया के नंबर वन टेस्ट बॉलर है उनको प्लेइंग 11 में क्यों नहीं रखा गया। उन्होंने कहा की बेहतरीन स्पिनर्स टर्निंग ट्रैक के भरोसे नहीं रहते। वे अपनी गेंदबाजी के लिए हवा में बहाव का इस्तेमाल करते है। ये मत भूलिए की ऑस्ट्रेलिया के शीश आठ में से पांच बाए हाथ बल्लेबाज थे।