प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिसमस के मौके पर ईसाई समुदाय के लोगों से अपने आवास पर मुलाकत की। समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ईसाई समुदाय के साथ मेरा पुराना और आत्मीय नाता रहा है। गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए मैं ईसाई समुदाय और उनके लीडर्स से अक्सर मिलता रहता था। पीएम ने कहा कि ईसाई समुदाय ने समाज को दिशा देने में अहम भूमिका निभाई है। जीजस ने एक बेहतर समाज की स्थापना की।
पोप से मिलने का सौभाग्य मिला था
वहीं पीएम मोदी ने अपने आवास पर कार्यक्रम कराने के लिए खुशी जताई। उन्होनें कहा कि कुछ साल पहले पोप से मिलने का सोभाग्य मिला था जो मेरे लिए काफी सौभाग्य की बात है। वो मेरे लिए यादगार पल था। पीएम मोदी ने कहा, क्रिसमस वो दिन है जब हम जीजस के जन्म को सेलिब्रेट करते हैं। यह दिन उनके जीवन को याद करने का अवसर हैं। जीजस ने एक ऐसा समाज बनाने के लिए काम किया जिसमें सबके लिए न्याय हो और जो समाज समावेशी हो। हमारे देश के विकास में यही मूल्य ओएक ग्लाइडिंग लाइट की तरह हमें रास्ता दिखा रहे हैं।
बाइबल में सत्य को काफी महत्तव दिया
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, पवित्र बाइबल में कहा गया है कि ईश्वर ने हमें जो भी उपहार और सामर्थ्य दिया है उसका उपयोग दूसरों की सेवा में करें। बाइबल में सत्य को बहुत महत्तव दिया गया है। कहा गया है कि सत्य ही हमें मुक्ति का मार्ग दिखाएगा। हम अपने साक्षा मूल्यों और विरासत पर फोकस करके एक साथ आगे बढ़ सकते हैं।
गरीबी व्यक्ति की गरिमा को चोट पहुंचाती है
वहीं उन्होनें आगे कहा कि, पोप ने अपने एक क्रिसमस एड्रेस में ईसा मसीह से प्रार्थना की थी कि जो लोग गरीबी खत्म करने में जुटे हैं उन्हें उनका आशीर्वाद मिले। वो मानते हैं कि गरीबी व्यक्ति की गरीमा को चोट पहुंचाती है। पोप के इन शब्दों में उसी की भावना की झलक हैं जो विकास के लिए हमारा मंत्र है। हमारा मंत्र है सबका साथ सबका विकास। सत्ता के तौर पर हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि विकास का फायदा व्यक्ति तक पहुंचे और कोई इससे अछूता नहीं रहे।