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अवैध खनन कारोबारी प्रशासन पर पड़ रहे भारी, रात के अंधेरे में माफिया कर रहे काला कारोबार

Yogita Bisht
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अवैध खनन

प्रदेश के कई इलाकों में भू-माफियाओं के हौंसले बुलंद है। अवैध खनन कारोबारी प्रशासन पर भारी पड़ते हुए नजर आ रहे हैं। रूड़की के मंगलौर में अवैध खनन कारोबारी रात के अंधेरे में बेखौफ खनन कर रहे हैं। लेकिन इन पर कार्रवाई करने वाला कोई नहीं है। खनन माफियाओं का काला कारोबार दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है।

अवैध खनन कारोबारी प्रशासन पर पड़ रहे भारी

रूड़की में अवैध खनन कारोबारी बेखौफ खनन के कारोबार को अंजाम देने में लगे हुए है। ये खनन बिना किसी परमिशन के रात के अंधेरे में किया जा रहा है। ये कारोबारी हज़ारों घन मीटर मिट्टी को अलग-अलग जगह पर डाल कर खनन कारोबार कर करोड़ों रूपए की चांदी काट चुके हैं। एचआरडीए द्वारा निर्माणाधीन प्रोजेक्ट हो या मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में एनएच 58 के किनारे सभी जगहों पर खनन कारोबारियों ने रातों रात मिट्टी का भराव कर प्रशासन को खुली चुनौती दी है।

रात के अंधेरे में माफिया कर रहे काला कारोबार

जब अवौध खनन के इस मामले पर मीडिया की टीम ने रूड़की तहसीलदार विकास अवस्थी से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने अपनी ज़िम्मेदारी से बचते हुए व्यस्त होने की बात कहकर जॉइन्ट मजिस्ट्रेट से मिलने की सलाह दे डाली। जिसके बाद जॉइन्ट मजिस्ट्रेट आशीष मिश्रा से जानकारी चाही।

तो उनका कहना था इस मामले का उन्हें संज्ञान है और वो तहसील स्तर पर कार्रवाई के आदेश करेंगे। जिसके बाद कई सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल तो ये कि अगर प्रशासन को इसकी भनक है तो इसे रोका क्यों नहीं जा रहा क्यों अवैध खनन कारोबारियों पर शिकंजा कसा जा रहा है ?

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।