National : कब्रिस्तान से गायब हुई इंसानी खोपड़ियां, फिर अमावस्या की रात में सच्चाई आई सामने तो उड़े होश, जानें यहां - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

कब्रिस्तान से गायब हुई इंसानी खोपड़ियां, फिर अमावस्या की रात में सच्चाई आई सामने तो उड़े होश, जानें यहां

Renu Upreti
3 Min Read
Human skulls missing from the cemetery, know the whole matter

तेलंगाना के हनुमकोंडा जिले से अजब-गजब खबर सामने आई है। यहां बीते कुछ दिनों से कब्रिस्तान में दफन शवों की खोपड़ियां चोरी हो रही थी। लोगों के बीच इसे जानकर हड़कंप मच गया। लोग इसे तंत्र-मंत्र से जोड़ने लगे। लेकिन जब इसके पीछे की हकीकत सामने आई थी तो सभी के रोंगटे खड़े हो गए। एक चोर यह खोपड़िया चुरा रहा था। उसने पुलिस को बताया कि वो इन खोपड़ियों का कहां और क्या इस्तेमाल करता था।

चोर ने बताया कि यहां रिवाज है कि मरने के बाद शव के मुंह में सोना डाला जाता है। मैं खोपड़ियां इसलिए चुराता था ताकि खोपड़ियों में मुंह से वो सोना निकाल सकूं। फिर उन्हें बेचकर जो पैसा मिलता मैं उनसे परिवार का भरण पोषण करता था। जब इस बात की पुष्टि हो गई कि चोर सोने के लिए खोपड़ियां चुराता था तो उसे डांट-फटकार लगाकर दोबारा ऐसा न करने की शर्त पर छोड़ दिया गया।

लोगों में बैठा तंत्र मंत्र का डर

ये मामला भीमाराम कब्रिस्तान का है। यहां कुछ समय से लोगों ने गौर किया कि कब्रिस्तान की मिट्टी उखड़ी होती है। बाद में पाया गया कि कब्र के अंदर से शव की खोपड़िया गायब हो रही हैं। लोगों में यह सोचकर डर बैठ गया कि कहीं कोई तंत्र-मंत्र के लिए इन खोपड़ियों को तो नहीं चुरा रहा। चोरी भी रात के समय ही हो रही थी। लोगों ने फिर प्लान बनाया कि कौन ऐसा कर रहा है उसे रंगेहाथ पकड़ा जाए।

चोर ने बताई पुलिस को सच्चाई

जिसके बाद कुछ स्थानीय लोग अमावस्या की रात कब्रिस्तान में छुप गए। तभी एक आहट हुई। देखा गया कि एक शख्स कब्रिस्तन में चोरी छिपे आ रहा है। जैसे ही शख्स ने कब्र खोदना शुरु किया तो लोगों ने उसे पकड़ लिया। चोर की खूब पिटाई की गई। फिर उसे पुलिस के हवाले किया गया। इसके बाद पुलिस को चोर ने सारा सच बताया। उसने कहा, कि साहब मैं बहुत गरीब हूं। मैं सिर्फ शवों के मुंह में डाले सोने को चुराने के लिए खोपड़ियां चुराता था। नई कब्रो को खोदता तो सभी को शक होता। इसलिए पुरानी कब्रों को खोदकर उनकी खोपड़ियां चुराता था, ताकि किसी को भी मुझपर शक न हो।

Share This Article