देश के कुछ राज्यों हो रही तेज गर्मी ने लोगों का जीना बेहाल कर रखा है। तेज धूप व गर्म हवाओं से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इन दिनों कई लोगों की मौत हीट वेव से हो रही है। वहीं अब सूरज के तेज प्रकोप से बचाने के लिए स्वास्थय विभाग ने चेतावनी जारी की। इसके साथ ही हीट वेव से बचने की अपील भी की है। आइये जानते हैं हीट वेव के दौरान किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
अधिक से अधिक पानी पीते रहे
जिस राज्य में काफी लू पड़ रही है वो लोग लू से बचने के लिए अधिक से अधिक पानी पीयें। किसी भी व्यक्ति को गर्मी के मौसम में कम से कम 5 से 6 लीटर पानी 24 घंटे में पीना उचित माना जाता है। इसके साथ हल्के रंग वाले पसीना शोषित कपड़े पहनने चाहिए। वहीं धूप में चश्में, छाता, टोपी व चप्पल का प्रयोग करना चाहिए ।
धूप में करें छाता का प्रयोग
अगर आप खुले में कार्य करते है तो सिर, चेहरा, हाथ पैरों को गीले कपड़े से ढके रहें तथा छाते का प्रयोग करें। यात्रा करते समय पीने का पानी अपने साथ ले जाएं। ओआरएस का घोल, घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी (माड़), नीबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें, इससे कि शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके।
हीट स्ट्रोक के लक्ष्णों को पहचानें
हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट क्रैम्प के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सरदर्द, उबकाई, पसीना आना, मूर्छा आदि को पहचानें। यदि मूर्छा या बीमारी अनुभव करते है तो तुरंत चिकित्सीय सलाह लें। अपने घरों को ठंडा रखें, परदे दरवाजे आदि का उपयोग करें तथा शाम/रात के समय घर तथा कमरों को ठंडा करने के लिए इसे खोल दें। जानवरों को छायादार स्थानों पर रखें तथा उन्हें पर्याप्त पानी पीने को दें। पंखे, गीले कपड़ों का उपयोग करें तथा बारम्बार स्नान करें।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
दोपहर 12 से तीन बजे के मध्य सूर्य की रोशनी में जाने से बचें। गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़े न पहनें। जब बाहर का तापमान अधिक हो तब श्रम साध्य कार्य न करें।अधिक गर्मी वाले समय में खाना बनाने से बचें, रसोई वाले स्थान को ठंडा करने के लिए दरवाजे तथा खिड़कियां खोल दें। शराब, चाय, काफी, कार्बोनेटेड साफ्ट ड्रिंक्स आदि के उपयोग करने से बचें, क्योंकि यह शरीर में निर्जलीकरण करता हैं।