
हरीश रावत की पोस्ट
हरीश रावत ने लिखा कि बड़ी अजीब सी बात है, मुख्यमंत्री जी “संवाद श्रृंखला” कार्यक्रम को लेकर फेसबुक में लाइव होते हैं, फिर ऑफ हो जाते हैं और कारण निकलता है कि, फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती को लेकर उन बच्चों ने अट-पटे सवाल पूछ दिये, यदि यह हकीकत है, तो फिर आख़िर फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देगा कौन? हजारों बच्चों से हमने फीस ले ली, बच्चे इंतजार कर रहे हैं, उनको मालूम नहीं है कि हमारा भविष्य क्या है? राज्य सरकार को एक तिथि निर्धारित कर, यह स्पष्ट तौर पर बता देना चाहिये कि इस दिन तक इस फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा का निर्णय आ जायेगा। जिन लोगों ने परीक्षा में हेर-फेर की है, उनको आप दंड देते रहिये और यदि उसमें कोई नौकरी का आवेदक भी सम्मिलित है, तो उसको दंडित किया जा सकता है। मगर किसी ने क्राइम किया है, तो उस क्राइम की आड़ में सबको दंड कैसे दे सकते हैं!